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सुह
सुख सुख
सोक्ख
अकारान्त नपु. अकारान्त नपुं. अकारान्त नपुं.
101, 103 32, 103, 106 41
हेदुत्त
कारणता
104
तत्तिदयं 1/1 मणो 2/1 सण्णया 3/1 सदिति 1/1 सद्दव्वं 1/1
अनियमित संज्ञा वह तीन का समूह मन नाम से अस्तित्व ही अस्तित्वयुक्त द्रव्य विद्यमान द्रव्य
• कर्मवाच्य पकड़ा जाता है व कर्म 3/1
आदीयदे .
94
अनियमित कर्मवाच्य बज्झदि बाँधा जाता है व कर्म 3/1 अनि 56, 74, 81, 84 बज्झन्ति ..' बाँधे जाते हैं व कर्म 3/2 अनि 73, 86 मुच्चदि छुटकारा पाता है व कर्म 3/1 अनि 87 रंजदि रंगा जाता है व कर्म 3/1 अनि 59 विमुच्चदे छोड़ दिया जाता है व कर्म 3/1 अनि 94
प्रवचनसार (खण्ड-2)
(151)
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