Book Title: Prachin Jain Itihas Sangraha Part 10 Author(s): Gyansundar Maharaj Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpmala View full book textPage 3
________________ RWAARAMMER RATOPROL श्री जैन इतिहास ज्ञान भानु किरण नं. १० श्रीरत्नप्रभसूरि सद्गुरुभ्योनमोनमः ~ ~ ~ ~ ~ सुविहिताचार्य-चैत्यवासी 應感應感 क्रिया उद्धारक 教伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊伊图图gaeeeeee लेखक इतिहास प्रेमी मुनिश्री ज्ञानसुन्दरजी महाराज प्रकाशक श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला मु० फलोदी (मारवाड़) श्रोसवाल संवत् २३६४ वीर सं० २४६३ [प्रति ५०० ] वि० सं० १९६४ ईसवी सन १६३७ मूल्य-पठन पाठन और सार ग्रहण 888888@disaite®®amPage Navigation
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