Book Title: Pathikvagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 290
________________ सद्दानुक्कमणिका अकट्ठपाकोति-४२ अकडेति-१३९ अकण्टका-१४१ अकम्पनञाणन्ति-१६२ अकम्पियसभावेन-५९ अकल्यता-२१८ अकसिरलाभीति-७३ अ-कारो-२०, १११, १६१ अकासिन्ति-२६२ अकिरियवादीति-२२६ अकुसलकम्मन्ति-८६ अकुसलचित्तन्ति-१७६ अकुसलचित्तुप्पादाति- १६८ अकुसलधम्मानं -१९१ अकुसलाति-२० अकोपोति-२१२ अक्खधुत्ताति- १२० अक्खधुत्तो- ११९ अक्खनिमित्तं-१२० अक्खन्ति-८४ अक्खरन्ति-४३,४४ अक्खसोण्डोति-११९ अक्खातोति-५७ अक्खानन्ति-११९ अखीणासवानं-२२८ अग्गकोण्डा- ९८ अग्गजे-३,११ अग्गपरिवारं-६ अग्गफलजाणं-२१४ अग्गफलधम्मभावं-१८२ अग्गमग्गाणपदट्ठानञ्च-५३ अग्गमग्गाणं-५३ अग्गमग्गफलसम्पयुत्तापि - २२० अग्गरसदायकोति-९९ अग्गरसानीति-२८ अग्गहितपुप्फा-३५ अचण्डिक्कन्ति-१६० अचलट्ठिताति-३७ अचेलकपटिपदाति-२१३ अचेलकोति-२१६ अच्चन्तपणीतभावतो-२१० अच्चन्तपरिसुद्धो-२१४ अच्चन्तवूपसमो-२१४ अच्चन्तसन्तपणीतताकप्पभावतोति-१५४ अच्छन्तीति-४४ अच्छादनानञ्चेव-१०६ अच्छेन्तीति-४४ अज्जवं - १५७,१५८ अज्झत्तधम्मानं-२२५ अज्झत्तसंयोजनो-२१९ अज्झत्तिकबाहिरविभागतो-५९ अज्झत्तिकानीति-२२५ अज्झप्पत्ताति-२३ Jain Education International www.jainelibrary.org For Private & Personal Use Only

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