Book Title: Pathikvagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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[छ - झ]
सद्दानुक्कमणिका
___ [१३]
चारित्तं-२८ चित्तगेलनं-२१८ चित्तन्ति-२६,१५१,१६० चित्तविवेकोति-१८७ चित्तसङ्घारा-६१ चित्तुत्रासभयन्ति-८ चित्तुप्पादो-१६७,१७६ चुतिअनन्तरन्ति - १७४ चुतोति-४ चुन्दत्थेरेन-७९ चूळपासादाति-३३ चेतनाजनितभावेन -२४२ चेतनाति- १६५ चेतनासम्पयुत्तधम्माति-१६५ चेतसिकपरिळाहो-११३ चेतसोविनिबन्धा-२२२ चेतियं-२२५ चेतोपरियाणन्ति-६३ चेतोपरियजाणं-६१ चेतोविमुत्तीति-२५१ चेतोसमाधीति-२५१
जग्गितोति-१२५ जङ्घपेसनिका-१०१ जनपदोति - ४, ११२ जम्बुदीपे-७५, १३७, १४१ जयं-६८ जरामरणनिरोधगामिनिं-४९ जलजपुफेहि - १४१ जलन्ति-१२३,१३३ जवनपञ्जा-१०४ जागरियानुयोगमनुयुत्तो-६९ जातिखेत्तन्ति-७४ जातिजरामरणिया-२१ जातिथेरो-१८२ जातिभयं-१६३ जाननकइन्द्रियन्ति-१८८ जाननजाणं-१८६ जायतीति -- १३७, २२९ जिगुच्छनवादो-१६ जिनन्तो-११९ जिनोति-११९ जिव्हातालुचलनादिकरवितक्कसमुट्ठितं-६१ जूतकरोति - ११९ जूतपमादट्ठानानुयुत्तो-११९ जूतं-११९ जेगुच्छं-१६
छन्दरागो-१३९ छन्दवासिनी-२४० छन्दसमाधि- १९४ छन्दिकताति-१९३ छन्दोति-१९३ छादेन्तन्ति-७६ छिन्नट्ठानन्ति -५५ छिन्नभिन्नकोति-१२० छेदकवाद -३५
झानचित्तं - २२३ झाननिकन्तीति- १६८ झानन्ति-६२,१५० झानपरिकम्म-१८० झानभावना-१५१,२१२
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