Book Title: Pathikvagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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सद्दानुक्कमणिका
अरञ्ञन्ति - १४ अरञ्ञवनपत्थानि - १४ अरञ्ञारामा १४७ अरहतीति - ३८, १६९, १७८, २०८, २१४
अरहत्तपदट्ठानं - १४८ अरहत्तप्पत्तअनागामिनोति - ६५ अरहत्तफलपञ्जा-२१४, २६०
अरूपरागोति - १६९ अरूपसमापत्तियो - ५० अरोगोति-२२० अलङ्कारत्थं - २३४ अलङ्कारदानन्ति - १२८ अलमरियत्राणदस्सनविसेसाति - ४ अलसकेनाति - ५ अलायितन्ति - ४२ अलंपतेय्या - २८ अल्लीनतरानीति - ८२ अल्लीनाति - ८८ अवक्खिपतीति - १७ अवत्तितसभावत्ताति - ५२ अवधारेतीति - ६७
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अरहत्तफलविमुत्ति - २५१ अरहत्तफलसमापत्ति - ५१ अरहत्तफले - ३२, १८२, २२७ अरहत्तमग्गज - ५३ अरहत्तमग्गधम्मा - १८२ अरहत्तमग्गोति- २५४ अरहं - ३५ अरियपञ्ञति - १८६ अरियपुग्गलो- १८१ अरियफलविपाको - २१४ अरियफलसमाधि - २४५ अरियफलसम्पयुत्तधम्मापि - २४५ अरियभूमियं - ३७ अरियमग्गन्ति - १५ अरियमग्गो - ३६, ५६, १६४, १७३, २०८
- ९४
अवरुद्धा - १४४ अवसक्कितन्ति - २५ अविक्खम्भनीयोति अविगतपेमता - २३१ अविज्जाति - १५४ अविज्जानिरोधा - १९६
अविज्जानीवरणानं - ३६ अविज्जासमुदयाति - १९५ अविज्जासवोति - १७०
अरियवासा- २४३ अरियविहारोति - ४७ अरियसच्चधम्मे- - २०८ अरियसच्चानि - ४६, २१७
अवितक्कसहगताति - २५५ अविदितनिब्बानाति - ११ अविवहं - १४३
अरिय सद्दो- १९७ अरियसोतो - २१० अरियाति - ७०, १९८, २४३
अविवादहेतुभूतं - २४५ अविसयभावतो - ७०, २१० अविहिंसा - १६६
अरियावासाति - ३६ अरियिद्धीति - ७० अरियन - १३ अरियो - ६६, १२०, १९३, २३० अरूपज्झानं - २२३, २५३ अरूपतण्हाति - १६९ अरूपधम्माति - १५८
अविहेठनकम्मं - १०८ अवूपसन्तचित्तो - २१८ असङ्गमप्पटिहटअनुमानत्राणं - ५५ असञ्ञसमापत्तिं - १५१
असन्तुट्ठिता - १६३ असन्दिट्ठिपरामासिताति - ८० असमधुरेहीति - ७२
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