Book Title: Paniniya Ashtadhyayi Pravachanam Part 06
Author(s): Sudarshanacharya
Publisher: Bramharshi Swami Virjanand Arsh Dharmarth Nyas Zajjar

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Page 17
________________ १६ सं० विषयाः २. मूर्धन्यादेशः ३. अधिकारः ४. मूर्धन्यादेशः सकारादेशः ६. अधिकारः ७. मूर्धन्यादेशः ८. मूर्धन्यादेशविकल्पः ९. निपातनम् १०. मूर्धन्यादेशविकल्पः ११. नित्यं मूर्धन्यादेशः १२. मूर्धन्यादेश: १३. मूर्धन्यादेशविकल्पः १४. मूर्धन्यादेशः १५. मूर्धन्यादेशविकल्प:' १६. मूर्धन्यादेशः १७. निपातनम् १८. मूर्धन्यादेशः १९. मूर्धन्य देशविकल्पः २०. मूर्धन्यादेश: २१. मूर्धन्यादेशविकल्पः २२. मूर्धन्यादेशः २३. मूर्धन्यादेशप्रतिषेधः २४. निपातनम् १. णकारादेशः २. णकारादेशविकल्प: ३. णकारादेशः ४. णकारादेशविकल्पः पाणिनीय-अष्टाध्यायी प्र -प्रवचनम् पृष्ठाङ्काः सं० विषयाः Jain Education International ६३० | ५. णकारादेशः ६३१ | ६. णकारादेशविकल्पः ६३२ ७. णकारादेशः ६३७ | ८. णकारादेशविकल्पः ६३८ | ९. णकारादेश: ६४० | १०. णकारादेशविकल्प: ६५२ | ११. णकारादेशः ६५६ ६५७ ६५८ ६५८ ६५९ ६६० ६६१ ५. उक्तप्रतिषेधः ६६४ ६. अनुनासिकादेशविकल्पः ६६९ ७. द्विर्वचनम् ६७३ ८. द्विर्वचनप्रतिषेधः ६७८ ९. जशादेश: ६७८ ६८२ ६८५ ६८९ २५. मूर्धन्यादेशप्रतिषेधः २६. मूर्धन्यादेशविकल्प: अष्टमाध्यायस्य चतुर्थ: पाद: उत्तरसंहिताप्रकरणम् {णकारादेशप्रकरणम्} १२. णकारादेशप्रतिषेधः {आदेशप्रकरणम् ] १. शकारचवर्गौ २. षकारटवर्गौ ३. षकारटवर्गप्रतिषेधः ४. टवर्गप्रतिषेधः १०. चर्+जश् ११. चरादेशः १२. चरादेशविकल्प: ६९२ १३. परसवर्णादिशः ६९२ | १४. परसवणदिशविकल्पः ६९७ | १५. परसवणदिशः १६. परसवर्णादिशविकल्पः १७. छकारादेशविकल्पः १८. लोपादेशः पृष्ठाङ्काः ७२१ ७२३ ७२४ ७३० ७३२ ७३३ ७३४ ६९९ १९. लोपादेशविकल्प: ७०९ | २०. स्वरितादेशः ७११ | २१. स्वरितादेशप्रतिषेधः ७२० | २२. संवृतादेशः ।। इति षष्ठभागस्य प्रतिपादितविषयाणां सूचीपत्रम् ।। For Private & Personal Use Only ७४९ ७४३ ७४५ ७४६ ७४७ ७४७ ७४८ ७४९ ७५२ ७५३ ७५५ ७५६ ७५७ ७५९ ७५९ ७६१ ७६२ ७६३ ७६४ ७६५ ७६६ ७६७ www.jainelibrary.org

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