Book Title: Panchsangraha Part 07
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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१६ प्र.
२१
,
२१
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प्र. ६,
२४/२८
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समयोन दो आवलिका नौवां, । अन्तर्मुहूर्त
, क्षायिक सम्य. अन्तरकरणवर्ती ,, उप. श्रेणि क्षायिक सम्य. नपुसकवेद
उपशांत होने पर ,, स्त्रीवेद उपशांत
होने पर समयोन आवलिका द्विक
, उप. सम्यक्त्वी हास्यषटक उपशांत
होने पर अन्तर्मुहूर्त
,, पुरुषवेद उपशांत होने
पर समयोन आवलिका द्विक अन्तर्मुहूर्त नौवां क्षपकणि कषायाष्टक क्षय होने पर
अन्तरकरण करने वाला समयोन आवलिका । उप. श्रेणि क्षायिक सम्यक्त्वी हास्यषटक | द्विक
उपशांत होने पर समयोन आवलिका
उप. श्रेणी, उप. सम्यक्त्वी अप्र. प्रत्या. | द्विक
| क्रोध उपशांत होने पर
पंचसंग्रह भाग : ७ | ३०६
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२४/२८
१३ प्र.
-२१
११ प्र. ५,
२८/२४ प्र.
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परिशिष्ट : ५