Book Title: Panchsangraha Part 07
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 373
________________ M Jain Education International पतग्रह प्रायोग्य स्वामी | सत्ता संक्रम । सत्ता काल काल ! गुणस्थान - ६५ प्र. १०३ प्र. आवलिका ७ से ८/६ भाग | यति, जिननाम, आहारक सप्तक की बंधावलिका में १०२ ,, १०३ ,, | अन्तर्मुहूर्त उप श्रे. क्ष. श्रे. यति, उभय श्रेणिगत ८/७ से ८/७ से | १०६/१ भा. For Private & Personal Use Only क्षप. श्रे क्षपक श्रेणिगत पंचसंग्रह भाग ७: परिशिष्ट १३ www.jainelibrary.org

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