Book Title: Panchsangraha Part 07
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 363
________________ ३२४ पंचसंग्रह भाग ७ : परिशिष्ट ११ (ग) उपशम श्रेणिवर्ती पतद्ग्रह स्थान पतद्ग्रह प्रकृतियाँ | संक्रमस्थान | संक्रम प्रकृतियाँ ६ प्रकृ. संज्वलन चतुष्क, पु.वेद | २१ हास्य, रति, भय, जुगुप्सा १२ कषाय, नव नोकषाय ५ प्रकृ. पु.वेद, संज्वलनचतुष्क, संज्व. लोभरहित पूर्वोक्त ११ कषाय, नपुवेदरहित ८ नोकषाय ११ कषाय, हास्यपटक, पु. वेद ४ प्रकृ. । संज्वलन चतुष्क Mr a ११ कषाय, पुरुषवेद ११ कषाय ३ प्रकृ. | संज्व. मान, माया, लोभ अप्र. प्रत्या. क्रोधरहित पूर्वोक्त संज्व. क्रोधरहित पूर्वोक्त २ प्रकृ. संज्व. माया, लोभ अप्र, प्रत्या. मानरहित पूर्वोक्त ur x xmr संज्व. मानरहित पूर्वोक्त १ प्रकृ. संज्वलन लोभ अप्र. प्रत्या. मायारहित पूर्वोक्त अप्र. प्रत्या. लोभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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