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प्रकाशन से। इस ग्रंथ का प्रकाशन दिगम्बर जैन समाज, कटक की ओर से हुआ है। इसके लिए सब से हमें आंतरिक सहयोग प्राप्त हुआ है। हम उनका आभार मानते हैं।
अंत में श्री उद्गाताजी, श्री सदानन्दजी, प्रख्यात चित्र शिल्पी श्री असित मुखार्जी, श्री गिरीशचन्द्र मिश्र तथा इनकी धर्मपत्नी दीप्तिप्रभा मिश्र जी के प्रति भी हम हृदय से आभार मानते हैं। इनके सहयोग के विना इतने कम समय में यह कार्य कदापि संभव नहीं हो
पाता।
__हमें विश्वास है कि इस ग्रंथ के अध्ययन से अनुरागी प्रवुद्ध पाठकों को लाभ ही होगा।
विनीत शांति कुमार अग्रवाल जैन
२६ जनवरी १९९३ महताब राड, कटक ७५३०१२
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