Book Title: Kevalgyan Prashna Chudamani
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 9
________________ १६० १६६ १७८ १७८ १७६ १७६ १८० टवर्ग चक्र विचार व फलाफल १५७ | ग्रन्थकारोक्त शवर्ग चक्र पवर्ग चक्र विचार व फलाफल १५८ | चिन्तामणि चक्र द्वारा नाम निकालना १६२ शवर्ग चक्र विचार व फलाफल १५६ | सर्ववर्गाकानयन द्वारा नाम निकालना १६३ परिशिष्ट (१)-मुहूर्तप्रकरण नक्षत्रों, योगों और करणों के नाम १६५ | कुआँ खुदवाने का मुहूर्त १७७ समस्त शुभ कार्यों में त्याज्य १६५ | दुकान करने का मुहूर्त व चक्र १७७ सीमन्तोन्नयन एवं पुंसवन मुहूर्त बड़े-बड़े व्यापार करने का मुहूर्त जातकर्म और नामकर्म मुहूर्त । १६७ वस्त्र-आभूषण ग्रहण करने का मुहूर्त स्तनपान एवं सूतिकास्नान मुहूर्त जेवर बनवाने का मुहूर्त व चक्र १६७ | नमक बनाने का मुहूर्त १७६ दोलारोहण व भूम्युपवेशन मुहूर्त १६८ | राजा या मन्त्री से मिलने का मुहूर्त १७E शिशुनिष्क्रमण, अन्नप्राशन मुहूर्त १६६ | बगीचा लगाने का मुहूर्त अन्नप्राशन की लग्नशुद्धि, शिशु-ताम्बूल- । • हथियार बनाने व धारण करने भक्षण एवं कर्णवेध मुहूर्त १७० मुण्डन और अक्षरारम्भ मुहूर्त १७१ रोगमुक्त होने पर स्नान करने एवं विद्यारम्भ एवं यज्ञोपवीत मुहूर्त १७२ कारीगरी सीखने का मुहूर्त १८० वाग्दान और विवाह मुहूर्त १७३ पुल बनाने का, खटिया बनवाने का विवाह में त्याज्य अन्धादि लग्न व फल ___ एवं ऋण लेने का मुहूर्त व चक्र १८१ वर्षारम्भ में हल चलाने का, बीज बोने का तथा लग्नशुद्धि एवं ग्रहबल विचार १७३ | ___ एवं फसल काटने का मुहूर्त १८२ वधूप्रवेश और द्विरागमनमुहूर्त व चक्र १७४ नौकरी, मुकद्दमा दायर करने का यात्रामुहूर्त व चक्र १७५ जूता पहनने का मुहूर्त १८३ गृहनिर्माण, नूतनगृहप्रवेश मुहूर्त औषध बनाने व मन्त्रसिद्धि का मुहूर्त १८४ जीर्णगृह प्रवेशमुहूर्त व चक्र सर्वारम्भ व मन्दिर निर्माण मुहूर्त १८४ शान्तिक-पौष्टिक कार्य १७७ | प्रतिमा-निर्माण, प्रतिष्ठा एवं होमाहुति का । मुहूर्त १८५ परिशिष्ट (२) जन्मपत्री बनाने की विधि इष्टकाल साधन करने के नियम १८७ | जन्मनक्षत्रानुसार विंशोत्तरी दशाचक्र १६३ भयात और भभोग साधन १८८ विंशोत्तरी दशा का उदाहरण जन्मनक्षत्र का चरण निकालने की विधि १८६ अन्तर्दशा विचार-सूर्यादि नवग्रहों के चक्र १६७ जन्मलग्न निकालने की सुगम विधि १८६ जन्मपत्री में अन्तर्दशा लिखने जन्मपत्री लिखने की विधि १६० की विधि १६७ लग्नसारणी १६१ | अन्तर्दशा का उदाहरण विंशोत्तरी दशा निकालने की विधि १६३, चन्द्रान्तर दशा व भौमान्तर दशा चक्र १६८ १७७ १७७ १६५ १६८

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