Book Title: Kevalgyan Prashna Chudamani Author(s): Nemichandra Shastri Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 7
________________ विषय-सूची प्रस्तावना जैन ज्योतिष की महत्ता ११। जैन प्रश्नशास्त्र का विकासक्रम जैन ज्योतिष के भेद-प्रभेदों का दिग्दर्शन १४ | केवलज्ञानप्रश्नचूडामणि का जैन जैन पाटीगणित १६ प्रश्न-शास्त्र में स्थान जैन रेखागणित १८ केवलज्ञानप्रश्नचूडामणि का जैन बीजगणित विषय-परिचय जैन त्रिकोणमिति-गणित २१ | प्रश्न निकालने की विधि प्रतिभा-गणित २२ | ग्रन्थ का बहिरंग रूप-उपयोगी प्रश्न ५० पंचांगनिर्माणगणित-तिथि, वार, नक्षत्र, कार्यसिद्धि-असिद्धि का प्रश्न - योग और करण लाभालाभ प्रश्न ५२ जन्मपत्र-निर्माणगणित-लग्नसाधन चोरी गई वस्तु की प्राप्ति का प्रश्न ५२ जन्मपत्र के ग्रह व चन्द्र स्पष्टीकरण अन्ध-मन्दलोचनादि नक्षत्र-बोधकचक्र ५३ जैन फलितज्योतिष-होराशास्त्र प्रवासी आगमन सम्बन्धी प्रश्न ५४ संहिताशास्त्र, मुहूर्तशास्त्र गर्भिणी को पुत्र या कन्या-प्राप्ति ५४ सामुद्रिक-शास्त्र, प्रश्नशास्त्र रोगीप्रश्न, मुष्टिप्रश्न, मूकप्रश्न । स्वप्नशास्त्र मुकदमा सम्बन्धी प्रश्न निमित्तशास्त्र ३० ग्रन्थकार जैन प्रश्नशास्त्र का मूलाधार ३१ | केवलज्ञानप्रश्नचूडामणि का रचनाकाल ५८ | आत्मनिवेदन ५५ . UU ५६ ग्रन्थ अक्षरों का वर्ग विभाजन ६१। लग्न बनाने का सूक्ष्म नियम मगणादि सम्बन्धी प्रश्न-सिद्धान्त-चक्र ६३ प्रश्नाक्षरों से लग्न निकालना इष्टकाल बनाने के नियम ६५ | पाँचों वर्गों के योग और उनके फल बिना घड़ी के इष्टकाल बनाने की रीति ६५ संयुक्त प्रश्नाक्षर और उनका फल । इष्टकाल पर से लग्न बनाने का नियम ६६ | आरूढ़ राशिबोधक चक्र ६६ ७३ .७४Page Navigation
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