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चक्र (१)
१ | २ |
३
स्वर और व्यंजनों का ध्रुवांक बोधक चक्र (२) अ १२ क १३ ठ १३ ब २६ आ २१ ख १२ ड २२ भ २७ इ ११ ग २१ ढ ३५ म ८६ ई १८ घ ३० ण ४५ य १६ उ १५ ङ १० त १४ र १३ ऊ २२ च १५ थ १८ ल १३ ए १८ छ २१ द १७ व ३५ से ३२ ज २३ ध १३ श. २६
क्षपक और भाजक बोधक चक्र (३)१
प्रश्न लाभालाभसम्बन्धी जयपराजयसम्बन्धी प्रश्न सुख-दुःख सम्बन्धी प्रश्न यात्रासम्बन्धी प्रश्न जीवनमरणसम्बन्धी प्रश्न तीर्थयात्रासम्बन्धी प्रश्न वर्षासम्बन्धी प्रश्न गर्भसम्बन्धी प्रश्न
क्षेपक भाजक ४२ ३ ३४ ३ ३८ २ ३३
سه له
३६
سه سه له سه سه
३
२५ औ १६ अं २५
झ २६ न ३५ ष ३५ ञ २६ प २८ स ३५ ट १७ फ १८ ह १२
२६
३
प्रश्न निकालने का अनुभूत नियम-प्रश्नकर्ता से प्रातः काल में पुष्प का नाम, मध्याह्न में फल का नाम, अपराह्र में देवता का नाम और सायंकाल में तालाब या नदी का नाम पूछना चाहिए। इन उच्चरित प्रश्नाक्षरों पर से पिण्ड बनाकर अपने-अपने ध्रुवांक के अनुसार प्रश्न का उत्तर देना चाहिए। • पिण्ड बनाने की विधि-पहले प्रश्न वाक्य के स्वर और व्यंजनों का विश्लेषणकरना चाहिए। फिर स्वर और व्यंजनों के अधरांकों के योग में भिन्न-भिन्न प्रश्नों के अनुसार भिन्न-भिन्न क्षेपक जोड़ देने पर पिण्ड होता है।
प्रश्न
प्रश्नों का फलावबोधक चक्र(४) शेष फल शेष फल शेष १ पूर्ण लाभ २ अल्पलाभ शून्य १ सुख शून्य दुःख शून्य १ सुख
दुःख x
लाभालाभसम्बन्धी प्रश्न जयपराजयसम्बन्धी प्रश्न सुख-दुःखसम्बन्धी प्रश्न
फल
हानि पराजय
शून्य
केवलज्ञानप्रश्नचूडामणि : ८६