Book Title: Karunatma Krantikar Kirti Kumar
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Vardhaman Bharati International Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 5
________________ Second Proot Dt. 16-7-2018.5. .. सर्वोदय-तीर्थ, करुणा-तीर्थ, अहिंसा-तीर्थ भारत-दृष्टा वीतराग आहतों, क्रान्त-पुरुषों, क्रान्तिपुरुषों का योगबल इन मंगल भावनाओं को परिपूर्ण करो। कीर्ति के पचास वर्षोपरान्त, निज देहजन्म दिन २१-१०-२०१२ "पारुल", १५८०, कुमारस्वामी ले आउट बेंगलोर-५६०१११ (कर्नाटक) प्रा. प्रतापकुमार टोलिया pratapkumartoliya@gmail.com (M) 09611231580 मंगल भावना "सत्त्वेषु मैत्री, गुणीषु प्रमोद क्लिष्टेषु जीवेषु कृपापरत्वं माध्यस्थभावं विपरीत वृत्तौ सदा ममात्मा विदधातु देव ।" • बोधि-समाधि-आत्मसिद्धिहेतु सिद्ध भगवंत प्रति प्रार्थना . "आरुग्ग, बोहिलाभं, समाहिवर-मुत्तमं दितु । चंदेसु निम्मलयरा आइच्चेसु अहियं पयासयरा । सागरवरगंभीरा सिध्धा सिध्धि मम दिसंतु ॥ आत्मसिध्धिं मम दिसंतु ॥" (लोगस्स महासूत्र) ॥ शिवमस्तु सर्वजगतः ॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 54