Book Title: Kalpsutra
Author(s): Bhadrabahuswami, Punyavijay, Bechardas Doshi
Publisher: Sarabhai Manilal Nawab
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१२
પિનાકારે સ્વીકારેલા પારા
सूत्रांक मुद्रित सूत्रपाठ
३ पु वरत्ताबरन ६ -माणदिया " अरथोग्गह . विनाय, धारए " परिनिदिए
महयाहयनगीवाइयतीतलतालतुडियणमुइंगपड्डाडहवाइयरवणं
टिपनकपाटमेद अट्टरत्तावरत -माणदिया मंदिया अस्पोग्गहणं वित्रयवारए सुपरिनिदिए महयाहयनहगीयवाइयसंखमखियस्वरमुहीपोयापिरिधिरियापणवपदहभभाहोरंभमेरीझटरीदुंदुहितचिततघणझुसिरततीतलसालतुडियमुइंगपडनाइयरवेणं रयणाणं जाव भहाबायरे अट्टरतावरत्तअतुरियमसंमंनाए पलबिसेसे चुंचुमालइए सिवियर मावे
२६ रयणाणं या अहाबायरे ३३ पुच्चरतावरत्त . ४९ अनुरिय अवधाममभंताए ५१ फलवित्तिदिसंस ५२ -चुंचुमालइयरोमकूत्र ५३ -संपुग्न५४ विनाय५. सूरे वीरे - -गुजद्धरागसरिसे कमलायरसंडचिवह
उष्ट्रियम्मि सूरे सहस्सरस्तिम्मि दिणयरे तेयसा अलंखे य सणिज्जाओ अब्भुटेड
पीणिज्जेहि जिंघणिज्जहिं दागि अहि
मणिजहि विहणिज्जेहि मधि" पढेहि कुसलेहि मेहावी हि निय६२ भयमुमहम्पदूसरयणमसेयुए
विनयसूरे धीरे वीरे -गुंजबंधुजीव पारावनचलणनयणपरहुयमुरतलोयण जासुयणकुसुमरासि] दिगुलयणियरातिरेयरेहतसरिसे कमलायरसंडबाहए उटियम्मि सूरे सहस्सरम्मिम्मि तस्स य करपहारपरद्धम्मि [अंघकारे बालायकुंकुमेण खचिय व जीवलीए सर्यणिज्जाओं अभुदेव ॥ पीणणिज्नेहिं दीवाणिहि दप्पणिजहिं तिप्पणिज्नहि सन्दिपत्तट्रेहि पिउदि जियनासानीसासवाययोजना वक्षहरवन्नफरिसजुसह्यलालापेलवातिरेगधवलकणगखचियंतकम्मदुसरयणसंयुए अंगसुहफासयं सिम्घ आदिपदसहित रना अनिय दियसिडलेणं असणं जाव पुष्फमहापहेम वा ५० मनिस्विनाई समिनिचाई सचन्नुभयमाण
६३ अंगमुहफरिस ६५ सिम्यक आदिपदरहित ६८ रना बंदिय ७८ घिउलेणं पुप्फ८४ २ मा थि६. १८चना पा
मनिक्लित्ताई उभयमाण
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