Book Title: Jivan ka Utkarsh
Author(s): Chitrabhanu
Publisher: Parshwanath Vidyapith

Previous | Next

Page 4
________________ पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रंथमाला संख्या-१५५ जीवन का उत्कर्ष : जैन धर्म की बारह भावनाएँ लेखक श्री चित्रभानु, संस्थापक, जैन अन्तर्राष्ट्रीय ध्यान केन्द्र, न्यूयॉर्क हिंदी अनुवाद डॉ. प्रतिभा जैन © सर्वाधिकार: दिव्य जीवन सोसाइटी, मुंबई प्रथम हिंदी संस्करण: मई २००८ IS BN: 81-86715-90-8 मूल्य : २००/= रुपये प्रकाशकः पार्श्वनाथ विद्यापीठ आई.टी.आई. रोड, करौंदी, वाराणसी २२१००५ फोन ९१-०५४२-२५७५५२१, २५७५८९० दिव्य जीवन सोसाइटी ई-१, क्वीन्स व्यु, २८/३० वालकेश्वर रोड, मुंबई ४००००६ फोन ०२२-२३६९६८८७, २३६२६९५८, २५७०५७०८ करुणा अन्तर्राष्ट्रीय ७०, शम्बुदास स्ट्रीट, चेन्नई ६००००१, फोन २५२३१७१४ अक्षर-सज्जा-ऐड-विजन, करौंदी, वाराणसी, मुद्रक : वर्द्धमान मुद्रणालय, भेलूपुर, वाराणसी-२२१०१० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 184