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जीवन विज्ञान : सिद्धान्त और प्रयोग जीवन-विज्ञान के द्वारा चेतना-प्रक्रिया (कांसस एक्टिविटी) को कम कर बिंब प्रक्रिया (रिपलेक्स एक्टिविटी) को बढ़ाया जा सकता है, जिससे मस्तिष्क पर दबाव न पड़े।
९. पीनियल ग्लेंड की निष्क्रियता से नियंत्रण की क्षमता कम हो जाती है। थाइमस ग्लेंड की निष्क्रियता से आनन्द की अनुभूति में कमी आ जाती है, बाहर की ओर झुकाव बढ़ जाता है।
१०.व्यवहार और आचरण का मुख्य आधार भावधारा है। भाव दो भागों में विभक्त है- विधेयात्मक (पोजिटिव) और निषेधात्मक (नेगेटिव)। मनोविज्ञान के अनुसार इसका विश्लेषण इस प्रकार है
विधेयात्मक
(आचार/व्यवहार) भाव व्यक्तित्व
परिणाम विश्वास उत्साही
सफलता अभय
आशावादी
समादर धैर्य
प्रसन्न
निश्चितता सहिष्णुता तनावमुक्त
आंतरिक शांति मृदुता विनयशील
मैत्री श्रद्धा सहदय
स्वस्थता सहानुभूतिपूर्ण
सुख सामंजस्य
वीरतापूर्ण
विकास पारस्परिक समझ
अनुशासनबद्ध
साहस आदि-आदि
आदि-आदि
प्रेम आदि-आदि निषेधात्मक
(आचार/व्यवहार) भाव व्यक्तित्व
परिणाम घृणा दुर्बल
कुण्ठा ईर्ष्या
कठोर
निराशा उद्दण्ड
लाचारी लोभ
उद्विग्नता
निष्ठा
संदेह
नीरस
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