Book Title: Jain Vidya 22 23 Author(s): Kamalchand Sogani & Others Publisher: Jain Vidya Samsthan View full book textPage 4
________________ विषय-सूची क्र.सं. विषय लेखक का नाम पृ. सं. प्रकाशकीय सम्पादकीय 1. कलि-कालिदास : पं. आशाधर डॉ. जैनमति जैन 2. प्रज्ञापुञ्ज आशाधर श्री रमाकान्त जैन 3. कलिकाल कालिदास आचार्यकल्प पं. आशाधरजी डॉ. राजेन्द्रकुमार बंसल 4. प्रज्ञापुरुषोत्तम पण्डित आशाधर का डॉ. आदित्य प्रचण्डिया व्यक्तित्व और कर्तृत्व 5. पण्डित आशाधरजी द्वारा प्रयुक्त पारिभाषिक डॉ. संजीव प्रचण्डिया 'सोमेन्द्र' 49 शब्दावली और उनकी विवेचना 6. पण्डित आशाधर एवं उनका प्रो. एल.सी. जैन एवं त्रिषष्टिस्मृति शास्त्र ब. संजय जैन 7. प्रतिष्ठासारोद्धार : एक सामान्य परिचय डॉ. कस्तूरचन्द्र 'सुमन' 8. गृहस्थ का लक्षण पण्डित आशाधर 9. पण्डित श्री आशाधरजी की दृष्टि में डॉ. राजेन्द्रकुमार बंसल 'अध्यात्म-योग-विद्या' 10. जिनवाणी पण्डित आशाधर 11. पण्डितप्रवर आशाधर के सागारधर्मामृत की डॉ. रमेशचन्द जैन प्रमुख विशेषताएँ 12. अनिष्टाश्च त्यजेत्सर्वा पण्डित आशाधर 13. कर्मकाण्डी पण्डितप्रवर आशाधर डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव 14. सागारधर्मामृत में वर्णित प्रतिमा : डॉ. महेन्द्रसागर प्रचण्डिया 99 प्रयोग और प्रयोजन 15. पं. आशाधरजी द्वारा प्रतिपादित सद्गृहस्थ । डॉ. सूरजमुखी जैन का लक्षण और श्रावक के आठ मूलगुण 16. प्रमादचर्या पण्डित आशाधर 17. सागारधर्मामृत में सप्तव्यसन : रूप-स्वरूप डॉ. राजीव प्रचण्डिया . 113 18. सागारधर्मामृत में भक्ष्य-अभक्ष्य का विवेचन श्रीमती अर्चना प्रचण्डिया 125 19. स्त्री की उपेक्षा हानिकारक पण्डित आशाधर 135Page Navigation
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