Book Title: Jain Tattvagyan Chitravali Prakash
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 30
________________ धान्य जलो पत्थर गाय पृथ्वीकाय : ४ भेद पर्वत लाल मिट्टी एक शरीर में एक जीव बीज जेल में सूक्ष्म पर्याप्ता सूक्ष्म अपर्याप्ता, बादर पर्याप्ता बादर अपर्याप्ता रल वाघ अकर्मभूमि युमकि कृमी छीप सुखी चार गति के जीवों के ५६३ प्रकार अप्काय: ४ भेद तेउकाय: ४ भेद बिजली फल चंदनक बेन्द्रिय : २ भेद २: पर्याप्ता- अपर्याप्ता सुखी खार अनार्य चांदी कुत्ता सुवर्ण शंख स्थलचर : ४ भेद हाथी मनुष्य : ३०३ भेद अलसिया प्रत्येक वनस्पति : २ भेद बादर पर्याप्ता बादर अपर्याप्ता सरावर फुल बारीश नदी घुण दुःखी सूक्ष्मः पर्याप्ता सूक्ष्म अपर्याप्ता बादर पर्याप्ता बादर अपर्याप्ता कोडी करा ओसबरफ हरितणं पत्ते आर्य मकोडी छिपकली भोम वैमानिकदेव काष्ट अग्नि वनस्पतिकाय: ६ भेद छाल गोकल गाय काष्ट मूल तेइन्द्रिय : २ भेद २: पर्याप्ता अपर्याप्ता बंदर चींटी -22भुजपरिसर्प : ४ भेद कोयला का अग्नि ईयल मगर व्हेलमछली मछली कछुआ देव : १९८ भेद व्यंतर देव अरमार प्याज आलु एक शरीर में अनंत जीव जू सूक्ष्मपर्यामा विज्जु सूक्ष्म अपर्याप्ता चादर पर्याप्ता चादर अपर्या Prv Personal Use Only लसन खटमल मूला अष्टापद मेडक पतंग उद भ्रामक शुद्ध चार चक्राकार तोता अजगर मुरगा वायुकाय : ४ भेद कंदमूल नील सेवाल बिच्छु घनवात नेवला जलचर : ४ भेद कम पर्यास अपया खेचर : ४ भेद २० भेद ति. पंचेन्द्रिय महावात उत्कालिक साधारण वनस्पति : ४ भेद बितत पक्षी फुग C सूक्ष्म पर्यामा सूक्ष्म अपयमा निगोव बादर पर्यामा खादा अपमा शकरिया गाजर चउरेन्द्रिय : २ भेद तनवान सूक्ष्मपर्याता सूक्ष्म अपर्यामा बादर पर्याप्ता बादर अपर्यामा २= पर्याप्त अपर्याप्त मक्खी उरपरिसर्प : ४ भेद चमगादड मोर नारकी : १४ भेद तीड भंवरारा समुद्गक पक्षी www.jainelibrary.org/

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