Book Title: Jain Tattvagyan Chitravali Prakash
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 58
________________ अकाल मृत्य - मदिरा कारो, बुद्धि नाश महसूल ८. गुला दल-घोलवडा सांभार वही माण पीपल का वृक्ष प्रवि १४. रात्रिभोजन शगु श्रीकांड सजीवोत्पत्ति २०. अनजाने फल विस्तृत माहिती लिए cation International रीसर्च ऑफ डाइनीग टेवल पढिए पित्त प्रकोप ५. पचुम्बर १०. हिम १२. करा जहरी कैमिकल्स, पाचन शक्ति नाश ठंडा पीणा १६. अनंतकाय कठाल उंबर वृक्ष Game ८. माँस जीवनको क्रूर कठोर और तामसी बनानेवाले | बाईस अभक्ष्य पदार्थ मच्छरों से कम प्रवचन सारोद्धार पंचुंवरि १५, चडविगई ६९ हिम " विस ११, करगे १२, सव्वमिट्टि ३ राईभोअणगं चिय १४. 93 915 ॥ २४५ बहुबीअ, अनंत १६, संधाणा घोलवडा ८, वायंगण १ अमुणिअ नामाई पुप्फफलाई २०, तुच्छ फल २१, चलिअरसं वज्जे वज्जाणि बावीसं ॥ २४६ रात्रि भोजन के अनेकविध नूकशान आगे से जलोदर सेउती सीटी से वृद्धाश मकड़ी से रोग MIMIMMALLA हिंसक वृत्ति/ युद्ध झाड़ी करमदी HOR कालुंबर वृक्ष and सेलु ifisc से २१. तुच्छफल पीपी से गंभीर स्थिति th F Private & Personal Use Only करमदा मेर ९. मक्खन प्राणीजहर अफीण फिली पाइ गंग १५. बहुवीज अमीर १७. आचार विष्णु कच्चा आधार २२. चलितरस मक्खि की लोरे तु (म आगी मिलाई घन्टा हुआ दूध कालातीन कूपीन, गंधरम P दिली मिट्टी GD दृष्टि "असंख्य कीटाणु ११. विष सीगरेट-बीडी तंबाकु मसाला हीरोइन गुटका से शीघ्रमृत्यु कन्सर www १३. हरतरह की मिट्टी खोरे वारे पा मिट्टी स्लेटप्रेम १९. बेंगन कामोत्तेजक रोगकारी स्मृतिश elibrary.or

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