Book Title: Jain Muni Ke Vrataropan Ki Traikalik Upayogita Navyayug ke Sandarbh Me
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 10
________________ - - - हार्दिक अनुमोदन - जयपुर हाल मुंबई निवासी श्रेष्ठीवर्य श्री गुलाबचन्दजी-शान्ता देवी की मधुर स्मृति में समाज समर्पित पुत्ररत्न श्री नेमिचंद-सुशीला, रिखबचंद-प्रतिभा, शीतल-चंचल, रमेश-कमलेश, सुनील-उर्मिला, श्रीचंद, विनयचंद पौत्र 3 अजित-निशा, हर्ष प्रपौत्र विहान झाड़चूर परिवार -

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