Book Title: Jain Jivan Author(s): Dhanrajmuni Publisher: Chunnilal Bhomraj Bothra View full book textPage 90
________________ नैन-जीवन जन्म-मरणके बन्धनोंसे छूट गई। विकट समयमे धर्मकी रक्षा कैसे करना, तथा दुःखमे सहनशील बनकर धैर्य कैसे रखना आदि-आदि बाते चन्दनबालाकी जीवनीसे अवश्य सीखनी चाहिए। maa- - ache D - D %3DPage Navigation
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