Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Bruhad Itihas Part 4
Author(s): Shitikanth Mishr
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 260
________________ ३१९-२० न० सं०. १४५. वही, भाग-३, पृ० १६५७-६८ प्र०सं०. १४६. वही, भाग-३, पृ० -२२-२५ तथा १५३५-३८ प्र०सं और वही भाग - ६, पृ०१६- १९ न०सं०. १४७. वही, भाग-३, पृ० - ३३७ प्र०सं० और भाग - ६, पृ० - ३२३ न०सं०. १४८. कामता प्रसाद जैन- हि० जै० सा० का संक्षिप्त इतिहास पृ० - २२१. १४९. क०चं० कासलीवाल - रा०के जै० शास्त्र मं० की ग्रंथ सूची भाग-५, पृ० - १७६. १५०. वही, भाग-५, पृ०-६९७. १५१. अ०च० नाहटा - राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-२१३. · १५२. मो०प०दे - जै०मु०क० भाग-३, पृ० ३३३ प्र०सं० और भाग-६, पृ०-१७६ न० सं०. २४९ १५३. मो० द०दे - जै०मु०क० भाग- २, पृ० - ३६४-६६, भाग-३, पृ०-१३३११८, और १३२२ और १६७० प्र०सं० वही, भाग-६, पृ० १०९ - ११४ न० सं०. १५४. नाथूराम प्रेमी - हिन्दी जैन साहित्य का इहिास ३०७ और कामता प्रसाद जैन हि० जै० सा० का सं० इतिहास पृ० - १९६. १५५. सं० अगर चंद नाहटा - राजस्थान का जैन साहित्य पृ० - २५५. १५६. अ०चं० नाहटा - परंपरा ११६. १५७. राजस्थान का जैन साहित्य पृ० - २८१-२८२. १५८. मो० प० दे० - जै० गु०क० भाग-३, पृ० ३६०-७४ तथा १६७२ प्र०सं० और वही भाग - ६, पृ० - १९९-२१२ न०सं. १५९. ऐ० रास संग्रह - संकलन की अंतिम रचना. १६०. कामता प्रसाद जैन, हिन्दी जैन साहित्य का संक्षिप्त इतिहास पृ० - २२३-२४. १६१. मो०द० दे० - जै० गु०क० भाग-६, पृ० ४०९-११ न०सं०. १६२ . वही, भाग-३, पृ० - १५६८ प्र०सं०, और वही, भाग-६, पृ० ३२३-२४ नं०सं०. १६३. कामता प्रसाद जैन- हि०जै० सा० का सं० इतिहास पृ० - २०० - २०१. १६४. वही, पृ० - २१७. १६५. सं०क०च० कासलीवाल- रा०के० गै० शा ० मं० की ग्रंथ सूची भाग - ५, पृ० १४२-१४३. १६६. सं०अ०च० नाहटा - राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-२१३. १६७. सं०अ०च० नाहटा - राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-२५१-५२. १६८. का०प्र०जै० हि०जै० सा०का०सं० इतिहास पृ०-१८५-१८९. For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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