Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Bruhad Itihas Part 4
Author(s): Shitikanth Mishr
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 267
________________ २५६ हिन्दी जैन साहित्य का बृहद् इतिहास ३०४. मो०द० दे०- जै०गु०क० भाग-३, पृ० १५५५-५६ प्र०सं० और वही, भाग६, पृ० - ३२० न०सं०. ३०५. वही, भाग-३, पृ० - १६७४ प्र०सं० और वही, भाग-६, पृ० ३२३ न०सं०. ३०६. क०च० कासलीवाल- रा०जै० शा०म० ग्रंथसूची भाग-५, पृ० - ६३२. ३०७. कामता प्रसाद जैन- हि०जै० सा०सं० इतिहास पृ० - २१६. ३०८. मो०द० देसाई - जै० गु०क० भाग- २, पृ०-५५२, वही, भाग-३, पृ० १७५१७८ प्र०सं० और वही, भाग-६, पृ० १६८-१७१ न०सं०. ३०९. सं०अं०चं० नाहटा - रा०जै० सा० पृ०-२८०. ३१०. अगरचंद नाहटा, परपंरा पृ० - १२४. ३११. मो०द० दे० - जै० गु०क० भाग-३, पृ० ३३३ प्र०सं० और वही भाग - ६, पृ०१७९ न०सं०. ३१२. डॉ० नरेन्द्र भानावत - लेख पूज्य रत्नचन्द्र जी की काव्यसाधना - गुरुदेव श्री रत्नमुनि स्मृति ग्रन्थ पृ० - ३१७ और सं० अ०च० नाहटा - राजस्थान का जैन साहित्य पृ० - १८६-१८७. ३१३. मो० द० दे० - जैन गु०क० भाग-३, पृ० - १६६८ प्र०सं० और वही भाग - ६, पृ०-१६ न०सं०. ३१४. वही, भाग-३, पृ०-२५-२८ प्र०सं० और वही, भाग-६, पृ०-२२-२५ न०सं०. ३१५. मो० द० दे० - जै० गु०क० भाग - ३, पृ०-५६ प्र०सं० और वही, भाग-६, पृ०७७ न० सं०. ३१६. वही, भाग-३, पृ० १२७-१२८ प्र०सं० और वही, भाग-६, पृ० - ११९ न० सं०. ३१७. अ०च० नाहटा - परंपरा पृ० - ११६. ३१८. मो०द० दे० - जै० गु०क० भाग - ६, पृ० १४२ न०सं०. ३१९. मो०द० दे० - जै० गु०क० भाग-३, पृ० १३९-४२ प्र०सं० और वही भाग६, पृ०-१४४ न०सं०; ३२०. वही, भाग-६, पृ० - ४०८ न०सं०. ३२१. मो० द० दे० - जै० गु०क० भाग-३, पृ० १८६-१८८ प्र०सं० और वही भाग६, पृ०-१९६-१९८ न०सं०. ३२२. सं०ऐ० जैन काव्य संग्रह ३२३. मो०द० दे० - जै० गु०क० भाग-३, पृ० १६७ प्र०सं० और वही भाग-६, पृ०१५५ न०सं०. ३२४. वही, भाग-३, पृ० - ३३५ प्र०सं० और भाग-६, पृ० - २७३ न०सं०. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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