Book Title: Ganitsara Sangrah
Author(s): Mahaviracharya, A N Upadhye, Hiralal Jain, L C Jain
Publisher: Jain Sanskriti Samrakshak Sangh
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गणितसारसंग्रह
शब्द
सूत्र अध्याय पृष्ठ
स्पष्टीकरण
अभ्युक्ति
आयाम आवलि
::
लम्बाई। | काल माप।
परिशिष्ट ४ की सूची २ देखिये।
इच्छा
:
त्रैराशिक प्रश्न सम्बन्धी वह राशि जिसके सम्बन्ध में दत्त अर्थ ( Rate) पर कुछ निकालना इष्ट होता है। शनिप्रिय, नीलमणि हाथी के दांत (खीस ) का आकार । काल माप ।
Sapphire
:
इन्द्रनील इभदन्ताकार उच्छवास
परिशिष्ट ४ की सूची २ देखिये।
उत्तर धन
६३-६४
उत्तर मिश्रधन
समान्तर श्रेढि में पाये जाने वाले प्रचय के समस्त अपवयों का योग। समान्तर श्रेढि के प्रचयों तथा श्रेढि के योग को जोड़ने से प्राप्त मिश्र योगफल । जल में ऊगने वाला नलिनी पुष्प । उछाय या ऊँचाई। उठे हुए सम्मितीय तल वाली आकृति । एक प्रकार का चतुर्भुज । काल माप ।
उत्पल उत्सेध उन्नत वृत्त उभय निषेध ऋतु
::
:
परिशिष्ट ४ की सूची २ देखिये।
एक औण्ड्र-औण्ड्रफल ।
इकाई का स्थान । किसी सांद्र अथवा खात की घनात्मक समाई का व्यावहारिक माप जिसे ब्रह्मगुप्त ने औत्र कहा है। धातुओं सम्बन्धी भार का माप। .
अंश
:
अंशमूल
परिशिष्ट ४ की सूची ६ देखिये। परिशिष्ट ४ की सूची ३ देखिये।
:
भिन्नांश का वर्गमूल ।
अंशवर्ग
:
भिन्नांश का वर्ग।
कदम्ब
:
वृक्ष का नाम।
Nauclea Cadamba.
कम्बुका वृत्त
6
शंख के आकार की आकृति ।