Book Title: Ganitsara Sangrah
Author(s): Mahaviracharya, A N Upadhye, Hiralal Jain, L C Jain
Publisher: Jain Sanskriti Samrakshak Sangh

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Page 391
________________ ५२ सतेर समचतुरभ सम त्रिभुज समय समवृत्त सरल सर्ज शब्द सर्वधन सल्लकी सहस्र सारस सार संग्रह साल सिद्ध सिद्धपुरी सुमति सुवर्णकुट्टीकार सुव्रत सूक्ष्मफल स्तोक सूत्र ४३ ११२३ ५ ३२ w ६ २६ ६३ ३६ २३ २४ १ १६९ अध्याय पृष्ठ १ のの ६७ ६३-६४ २ ६३ ७ この ४ १ ८ | २६८ २१ ८० १ ४ ६ स्पष्टीकरण ६ | कुप्य ( baser) धातुओं का भारमाप । २१३ वर्गाकार आकृति | १८९ ६ वह त्रिभुज जिसकी सब भुजाएँ समान हों। । कालमाप एक परमाणु का दूसरे परमाणु के व्यतिक्रम करने में जितना काल लगता है, उसे समय कहते हैं। १८१ वृत्त ( Circle ) | ७२ वृक्ष का नाम 67 ८ गणित सारसंग्रह ७२ हजार । ७४ एक प्रकार का पक्षी । ३ ( साहित्यक ) किसी विषय के ९१ * १०८ २ १८१ २३ १ ५ वृक्ष का नाम ( साल वृक्ष के समान ) । समान्तर श्रेदि का योग । वृक्ष का नाम । मुक्त आमा। ९ | २७० | लङ्का के प्रतिध्रुवस्थ | सिद्धान्तों का संक्षिप्त प्रतिपादन । ( यहाँ ) गणित ग्रंथ का नाम । वृक्ष का नाम । घातिया और अघातिया कर्मों का नाश कर अष्टगुणों आदि को प्राप्त अभ्युक्ति परिशिष्ट ४ की सूची ६ देखिये । परिशिष्ट ४ की सूची २ देखिये । Pinus Longifolia ४ पांचवें तीर्थङ्कर का नाम । ७० ६ १३५ स्वर्ण सम्बन्धी प्रश्नों में प्रयुक्त अनु पाती वितरण | बीसवें तीर्थंकर का नाम । क्षेत्रफल अथवा घनफल का शुद्ध माप । परिशिष्ट ४ की सूची २ देखिये । कालमाप | Boswellias Thurifera Shorea Ro busta, or Valeria Robusta.

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