Book Title: Ganitsara Sangrah
Author(s): Mahaviracharya, A N Upadhye, Hiralal Jain, L C Jain
Publisher: Jain Sanskriti Samrakshak Sangh

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Page 10
________________ vii १२४ १३५ १४५ १६५ ل २०४ २१३ २५१ २५१ विषम कुट्टीकार सकल कुट्टीकार सुवर्ण कुट्टीकार विचित्र कुट्टीकार श्रेढीबद्ध संकलित (श्रेणियों का संकलन) ७. क्षेत्रगणित व्यवहार (क्षेत्रफल के माप सम्बन्धी गणना) व्यावहारिक गणित ( अनुमानतः मापसम्बन्धी गणना) सूक्ष्म गणित जन्य व्यवहार पैशाचिक व्यवहार ८. खात व्यवहार (खोह अथवा गढ़ा सम्बन्धी गणनाएँ) सूक्ष्म गणित चिति गणित (ईटों के ढेर सम्बन्धी गणित) क्रकचिका व्यवहार ९. छाया व्यवहार ( छाया सम्बन्धी गणित) परिशिष्ट १ संख्या निरूपक शब्दावलि २ अनुवाद में अवतरित संस्कृत शब्द २ अ ग्रंथ में प्रयुक्त संस्कृत पारिभाषिक शब्दावलि ३ उत्तर-माला ४ माप-सारणी ५ कारंजा जैन-भण्डार प्रति-परिचय ६ प्रोफेसर रंगाचार्य और डेविड आइजिन स्मिथ की प्रस्तावनाएँ प्रस्तावना की अनुमक्रणिका शुद्धि-पत्र ... २६२ ... २६७ (अंतिम)१

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