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828] सीतारामचतुष्पदी No. 828
The Svetambara Works
Sitārāmacatuspadi
819 1899-1915
Size-93 in. by 4g in.
Extent 123 folios; 13 lines to a page ; 36 letters to a line.
Description-Country paper tough and white; Devanagari chara.
cters; big, clear and good hand-writing; borders not ruled; edges of the first few foll. slightly damaged; foll. 1a and 1270
complete. Age - Samvat 1850, Saka 1715. Author - Samayasundara.
Begins - fol. 16
स्वस्ति श्रीसुखसंपदादायक अरिहंत देव । कर जोडि तेहनई करू। नमस्कार नित सेव १ ॥ etc. भाई तु भावी तिहां । समस्यां दीधमओ साद । सीतारामसंबंधपण । सरसति करें प्रसाद ॥ ५ ॥ etc.
Ends-fol. 1226
श्री षडतर 'गछना राजीया श्रीयुगप्रधान जिणचंदा रे । परथम सिष्य श्रीपूज्यना गणि सकलचंद सुषकंदो रे ।। २० सी० समयसुंदर सीष्य तेहना श्रीउपाध्याय कहीजें रे। तिणे ए कीधी चोपई साजणमाणस सलहीजे रे ॥२५ सी. वर्तमान गछनाधणी भट्टारक श्रीजिनराजो रे। जिनसागरसूरीसरू भाचारन अधिक दिवाजो रे ॥ २६ सी० ॥ ए गुरुने सुपसाउलें ए चोपइ चठी परमाणो रे। भणतां सुणतां वाचतां होये आणंद कोड कल्याण रे ॥२७॥ सी०
इति श्रीसीतारामप्रबंधे श्रीरामसीतालषमण इत्यादि पीतामाज्ञाइबनवासः सीतारावणहरण सीतालंकारावणगृहे etc.
श्रीरामसीतारास नवखंडई समाप्ति । सर्वथईने २४१५ प्र० ।