Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 14
Author(s): Parshuram Krishna Gode
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute
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153.]
Natako
Description.- Modern paper with water-marks.; Devanāgari ch
aracters; blue in appearance ; hand-writing, very small but clear, legible and unitorm; folios slightly moth-eaten; a bound copy; complete ; folios 1-3 pasted with paperslips.
Age.- A modern copy.
Author.- Bhavabhūti. Subject.--- A well-known comedy, containing the love-story of
Mālati and Madhava. Begins.-fol. 1b
॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ श्रीयन चूडापीडकपालसंकुलासमंदाकिनीबारको
. विद्युत्मायालालोचनपुठज्योतिर्षि समितिमा पांनु त्वामकटोस्केतकशिखा संदिग्यमुम्दयो
भूतेशस्य भुजंगल्लिबलयन जूटानटाः॥१॥ अपि च ॥ सानंदनंदिहस्ताहतमुरजरवाहतकौमारबर्हि
त्रासमाचार विशतिः फणिपती भोगसंकोचमाजि। गंडीवालिमालामखरितककुभलो समय
वैनायक्यश्विरं वो वदनविधुतयः पातु चीत्कारवत्यः ॥२॥ नाते सूत्रधारः
धारः
अस्ति दक्षिणपदे पद्मपरं नाम नगर वन वित्ततिमिणः काश्यपाश्रावणगुरवः पंक्तिपावनाः पंचाइयो प्रतजनाः सोमसीमित उड्यनामानो ब्रह्मादितः प्रतिकसंति से श्रोधिमारताधिनियाय सरिश्रुतं शाश्वतमाद्रियो । इष्टाय पूर्ताय कर्मणेान कासमपरयायपोथमायुः ॥९॥ तदामुख्यायणस्य तत्र भवतः मुगृहीतनाम्नो भगोपालस्य. पौत्रः पवित्रकीर्तेनीलकंठस्यात्मसंभवः भट्टश्रीकंटपदलांछतो भवतिमा नाकर्णी पुत्रः कविर्निसर्गसौहृदेन भरतेषु वर्तमानः स्वकृतिमेवं प्रायगुणभूयसीमस्माकमर्पितवान् यत्र खल्वियं वाचोयुक्ति ये नाम केचिदिह नः प्रथयंत्यवज्ञां जानति ते किमपि तान् प्रति नैष यत्नः॥ उत्पत्स्यतेस्ति मम कोपि ममानजन्मा कालोह्ययं निरवधिर्षिपुलाच पृथ्वी॥
etc.
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