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Nataka
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पंचम अंक पत्र.....
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षष्ठ अंक पत्र १४ .
सर्व पत्र ग्रंथना ५२
॥ वेणीसंवरण नाटक पत्र ५२ संपूर्ण । अंक ६॥छ॥ References. — See No. 223.
वेणीसंवरण
Venisamvarana No. 225
434.
1892-95. Size.-- 104 in. by 41' in. Extent.- 72 leaves ; Io lines to a page ; 30 letters to a line....: Description.- Country paper; Devanagari characters with पृष्टमात्राs;
old in appearance; hand-writing small, legible but not quite clear ; borders ruled in double black lines ; red pigment used for colophons; fol. 52 completely blank;
complete. Age.- Sarivat 1475.. Author.-- Bhatta Narayana. Begins.-fol. rb
॥श्रीगणेशाय नमः॥ जयति स नामिर्जगतां स्वनाभिरन्नोद्भवजगद्वीजः । .: दामोदरो निजोदरगह्वरनिक्षिप्तजगदंडः॥१॥ .. अपि च ॥
...... जयति स भगवान्कृष्णः शेते यः शेषभोगशय्यायां । ........मध्ये पयः पयोधेरपर इवाम्मिनिधिः कृष्णः ॥२॥
नांद्यते सूत्रधारः etc. as is No. 223.. fol. 10'प्रथमोकः॥
fol. 19" इति द्वितीयोंकः ॥ Ends-fol. 710
तथापि etc. up to प्रसधित्तमंडलः ॥ as in No. 223