Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam

View full book text
Previous | Next

Page 15
________________ डागसमवा- विचहापनतीजा ज्ञाताधकथा उपासार-सा कोतगडा० याध बती कानुषी दासनवाजविवाहवन्नन्नानायाधम्मकहवासासाअंतगडसाफ १०८ अणुतरोउववाश्यमा प्रानव्याकरण विपाकमुत्र ११६बी०ते । लोकोतरजावत्र से वा१२ तोचवायसाचनावागरणा विवागतयेशिवाज तली गुतरियनावसुमे से अथलता नान्यागमनावसुबत्तेत्ताच सुनना नाजया-घोबनानुयान्वनामषा पम्प एप्रतक्षल्कन्य उदातादिनामित तनोकाममावसुर्यत्तसमेएपहिया मागायोसा नागावेजए नामचेया पन्नता तरबसुतमुत्रथसिधात सासनयामाज्ञा प्रक्चन उया पनचलाल कामपामाजभवका हले NERNस १ तजहास्यसतंगधसिहासासणग्राणवयनमस पन्नवलामाशमयााएगहाक्छ। पषायनाम अयतेमाल अथकी बधध। च्यांराकारबतकह नामथापना मुतद्रवमधर सुत्रविधे। नानि क्षेबाधकरले छपकप्पाले बध. वासते।सतंभुर्य सेवित खधेचविहेपन्नततनामवंधे वारवेधेाचव नावधानाभनेथापनानोर्वश्रावस । अथकोणतेद्रव्यागमयकाहानामागमथकोजाआत तकनीवरेस्चमेववबाण बध । यधद्रयबत्राममथ की धेनाधरवछानामवmgmयाडसकिदवावधाकानअनोमानमाजविजा इमषधअननोप्रागमथकीपूर्ववतजालनातनसशतिरक्तात्रजाप्रकासनासचितामुचित मि० जालाशमानवियसरीर२ रथकानवियसरीरथकाव वलरपरुमातेरेबाध षध लसीरनवियसरी विपिनंदवखेछ। विविहि पन्नाती सचिते अधिामी

Loading...

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 200