Book Title: Agam 33 Prakirnak 10 Viratthao Sutra Author(s): Punyavijay, Sagarmal Jain Publisher: Agam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan View full book textPage 4
________________ विषयानुक्रम गाथा क्रमांक पुष्ठ कमांक विषय वीरस्तव भूमिका बीर जिनेन्द्र के छन्नीस नाम अम्ह अरिहंत अरनंत ६८ ९.१२. . . देव ११ १५-१६ २२ जिन वीर परमकारुणिक सर्वज्ञ सर्वदर्शी पारंगत विकालविज्ञ नाथ वीतराग केवलि त्रिभुवनगुरु सर्व त्रिभुवनश्रेष्ठ भगवान् तीर्थकर शकेन्द्राभिवन्दित जिनेन्द्र वर्धमान हरि २३-२७ २८-२९ ३३-३४Page Navigation
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