Book Title: Agam 16 Upang 05 Surya Pragnapti Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 1022
________________ १०१० सूर्यप्रज्ञप्तिसूत्रे 1 तावत् | 'ता भरणी णवते किं देवयाए पण्णत्ते !" तावद भरणीनक्षत्रं किं देवताकं प्रज्ञप्तम् ? भरणी नक्षतस्य का खलु देवता तावत् कथ्यते । ततो भगवानाह - 'ता भरणी णक्खत्ते जमदेवया पण्णत्ते' ताक्त् भरणी नक्षत्रं यमदेवताकं प्रज्ञप्तम् । भरणीनक्षत्रस्य देवता तावत् यमनामा देवविशेषो वर्त्तने । 'ता कत्तिया णक्खत्ते किं देवयाe पण्णत्ते' तावत् कृत्तिका क्षत्रं किं देवताकं प्रज्ञप्तम् । किं स्वामिकं कृत्तिकानक्षत्रं प्रज्ञप्तं वर्तते तावदिति गौतमोक्तिः ततो भगवानुत्तरयनि- 'ता कत्तिया णक्खत्ते अग्गिदेवयाए पण्णत्ते' तावत् कृत्तिका - नक्षत्रम् अग्निदेवताकं प्रज्ञप्तं । कृत्तिका नक्षत्रस्य अग्निस्तावत् देवता - स्वामी वर्त्तते । 'ता रोहिणी णवण किं देवया पण्णत्ते' तावत् रोहिणी नक्षत्रं किं देवताकं प्रज्ञप्तम् । ततो भगवान् कथयति - 'ता रोहिणी णक्खते पयावर देवयाए पण्णत्ते' तावत् रोहिणी नक्षत्रं प्रजापति देवताकं प्रज्ञप्तम् । रोहिणीनक्षत्रस्य देवता खलु तावत् प्रजापतिः प्रोच्यते । भूयो गौतमः पृच्छति - 'ता मग्गसिरा णक्खत्ते किं देवयार पण्णत्ते' तावत् मृगशिरा नक्षत्रं किं देवताकं प्रज्ञप्तम् । मृगशिरा नक्षत्रस्य का खलु तावत् देवतेति ! भगवान् कथयति - 'ता मग्गसिरा णक्खते सोमदेवया पण्णत्ते' तावत् मृगशिरा नक्षत्रं सोमदेवताकं प्रज्ञप्तम् । भरणी नक्षत्रका अधिपति कौनसा देव कहा है ? श्री भगवन - ( ता भरणी जम देवयाए पण्णत्ते) भरणी नक्षत्र का अधिपति देव यम नाम का देव कहा है, श्रीगौतमस्वामी - ( ता कत्तिया णक्खत्ते किं देवयाए पण्णत्ते) कृत्तिका नक्षत्र का स्वामी कौनसा देव विशेष कहा है ? श्रीभगवान् - ( ता कत्तिया णक्खते अग्गिदेवयाए पण्णत्ते) कृत्तिका नक्षत्र का अधिपति अग्निदेवता कहा गया है, श्री गौतमस्वामी - (ता रोहिणी णक्खते किं देवयाए पण्णत्ते) रोहिणी नक्षत्र का अधिपति कौन देव विशेष कहा है ? श्री भगवान् - (ता रोहिणी णक्खते पयावर देवयाए पण्णत्ते) रोहिणी नक्षत्र का अधिपति प्रजापति नामका देवविशेष कहा गया है, श्री गौतमस्वामी - ( ता मग्गसिरा क्खन्ते किं देवया पण्णत्ते) मृगशिरा नक्षत्रका अधिपति कौनसा देव कहा है ? श्रीभगवान् (ता मग्गसिरा णक्खत्ते सोमदेवयाए पण्णत्ते) सोम नामका जमदेवया पण्णत्ते) भरणी नक्षत्रना अधिपति यम नामना हेव छे. श्री गौतमस्वाभी- ता कत्तियक्त् किं देवया पण्णत्ते) इति नक्षत्रना स्वामी या देव विशेष उस छे ? श्री भगवान् - ( ता कत्तिया णत्खते अग्गि देवया पण्णत्ते) इति। नक्षत्रना अधिपतिदेव अग्निदेव हे छे. श्री गौतमस्वामी - ( ता रोहिणी णक्खत्ते किं देवयाए पण्णत्ते) रोडिशी नक्षत्रना अधिपति देव या देव विशेष उडेल छे ? श्री भगवान् - (ता रोहिणी नक्खत्ते पयावर देवया पण्णत्ते) रोहिणी नक्षत्रना अधिपति अन्नपति नामना देव विशेष अहेसा छे, श्री गौतमस्वामी ( ना मग्गसिरा णक्खत्ते किं देवयाए पण्णत्ते) भृगशिरा नक्षत्रना अधियति या देव उडेल छे ? श्री भगवान - ( ता मग्गसिरा णक्खत्ते सोमदेवयाए पण्णत्ते) શ્રી સુર્યપ્રજ્ઞપ્તિ સૂત્ર : ૧

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