Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir
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३३९
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पन्ध्या
अपनी
शब्दानुक्रमणिका
१७२ शब्दः लॊकाङ्कः । शब्दः श्लोकाङ्कः | शब्दः लोकाङ्कः 'वनायु'.
१२९३ वम्रो
१२०८
वरनिमन्त्रण ५'८--शे. वनिता ५०३ वम्रीकूट
९७१
वरप्रदा १२३ बनापक ३८७ 'वयःस्था' ११४५ वरयात्रा ५१८-शे. बनौकर १२९२ वयस
वरयित ५१७ बन्दनमालिका १००८
१३१६ वररुचि
८५२ बन्दा वयःस्थ
वरलो
१३२७ बन्दीक १७४-शे
११४६ वरवणिनी ४१८ बन्ध्य
१५१६ वयस्य ७३०
५०७ १२६६ वयस्था
वरवृद्ध २०८-शे. वपन
९२३ वयुन १७४-शे. वरा २०५-शे. १०००
वराङ्ग वपा ६२४
६०९ १३६४ १४३९ वराटक
११६५ १५२३ वराटक १२०६ ५५६
६४५-शे. वराण १७४ - शे. ५५६-शे. वरक ६७५-शे.
वराणसी ९६५ वरक्रतु
वरारक १०६५ वरटा
१३२७ वरारोह २१९-शे. १०४१
१२१५ (वरारोहा) ५०७ 'वरटी
१२१५ वराशि वरण
९८० वराह १२८७ वरत्रा
वराहकर्णक ७८७-शे. १२२३
१२३२ वरिवस्या ४९७ वरद . १८० वरिषा १५७-शि.. ४६९ वरदा १०५-शे. | वरिष्ठ १०४० ११००-शे. | वरद्रुम ६४०-शे.
१४३०
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