Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir
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२०२
शब्दः
"
संग्राम
सप्राह
""
सङ्घ
सङ्घचारिन्
सङ्घजीविन्
सङ्घर्ष
सङ्घात
सचिव
सज्ज
सज्जन
33
सज्जित
सञ्चय
सश्वर
सञ्चारिका
सञ्चारिन्
सञ्जवन
सञ्ज्ञ
सञ्ज्ञप्ति
सञ्ज्ञा
सञ्जु
सज्वर
सटा
डी
अभिधानचिंतामणिकोशस्य
श्लोकाङ्कः
३४२
१४७१
१३७७
२०४
५२८
श्लोकाङ्कः
१४३२ सत्
७९६ सतत
१४१२
१३४४
४८०
१५१५ - शि.
१४११
७१९
७६६
३७९
७४९
१२२१
१४१२
५६३
५२१
२९५
९९२
४५६
३७१
२६०
४५६
११०२
८१६
१३१८
शब्दः
५९७ सतत्त्व
७८४
सती
35
"
सतीनक
सतीर्थ्य
सत्तम
सत्व
सत्त्वप्रधानता
सत्पथ
सत्य
सत्यंकार
सत्यप्रवादं
सत्यवती
""
सत्यसङ्गर
सत्याकृति
सत्याभि
सत्यानृत
सत्यापन
(सत्येतर)
सत्र
""
"
. १०५५
११७०
७९
१४३९
१३६६
७१
९८४
२६४
८.७२
२४७
८४७
८४७ - शे.
१९० - शे.
८७२
१२३–शे
८६७
८७१
२६५
८२०
१११०
६६७ - शे.
शब्दः
सत्रशाला
सत्रा
सत्रिन्
सत्वर
"
सथूक्तार
सद्
सदन
सदस्
सदस्य
सदा
सदागति
99
सदातन
सदादान
सदानीरा
सदायाद
सदायोगिन्
सहक्ष
सदृशू
सदृश
( सहशाह्वया)
सदेश
सद्भूत
सद्मन्
"
श्लोकाङ्कः
१०००
१५२७
७३४
१४७०
१५३०
२६७
१०- प.
९९०
४८१
४८०
१५३१
९८ - शे.
११०७-शि.
१४५३ - शि
१७७ शे
१०८५
. ५४२ - शे.
२१९ - शे.
१४६१
१४६१
१४६१
३६१
१४५०
२६५
१०- प.
९९०

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