Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir

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Page 780
________________ शब्दः हीन होनाजी हीर हीरक (1) हीरी हुड हुड हुडुक्क हुतवह हुताशन हुल हुलमातृका level! वादिन् हुलाका हूति हूरव (हूहू) हृच्छय हृत्कर हृद् "9 دو हृदय 19 श्लोकाङकः १४७५ ३४८ १२०७ २०० - शे. १०६५ १०६३ २०.५-ले. . १२७६ १२७६ २९४- शे. १०९९ १०९७ ७८७- शे. ७८४ - शे. ७८७ - शे. २६१ १२९० १८३ २२७ २०० शे हृद्वक्त्रावर्तिन् १९३६ ६०३ ६२३ शब्दानुक्रमणिका श्लोकाङ्कः १३६९ २६८ शब्दः در हृदयङ्गम हृदयजमता हृदयस्थान हृदयाळ (हृदयेश ) हृदयेश हृद्य हृल्लास हृल्लेख हृषीक हृषीकेष हृष्टमानस हे का ति हेतु (हेम) हेमकन्दल ६०३ ६२३ १५६९ हेमन् हेमन्त हेमपुष्पक मार हेमदुग्धक पुष्पिका ६७ शब्दः 'हेमवती' हेमाध्यक्ष हेरम्ब ६०२ ३४५ | हेरिक ५१६ हेला ५१६ हेलि १४४५ ४६८ ३१४ १३८३ २१४ "" हेषा हेषिन् है हैमवत (,) हैमवती ४३५ १५३७ ४६८ ७७३ ११०२ १५१३ हैरिक १०४३ हैहय "" हैयङ्गवीन (हैरण्यवत्) १०६६ होतृ १०५२ होत्र ११३२ होत्रीय १०४३ होम १५६ होमकुण्ड ११४६ होमधूम ११४८ भस्मन् २२३ श्लोकाङ्कः ११४६ ७२३- शे. २०७ १२८३- डो. ७३३ ५०९ ९६ ५१८ - शे. १४०५ १२३३- शे. १५३७ ११९७ ९४६ १०८२ २०५ - शे. ४०७ ९४६ ७२३- शि. ७०२ ८१९ ८२१ ९९६ ८२१ ८३३ ८३७ ८३७

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