Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir

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Page 764
________________ १४५० ८६३ शब्दानुक्रमणिका २०७ शब्दः . लोकाङ्कः | शब्दः श्लोकाः । शब्दः लोकाङ्कः | सविष १४१२ सहन सन्निभक्षक ४२८ सवेश १४५० सर्वान्नीन ४२८ सव्य १४६६ सहपान सर्वाभिसार ७८८ सव्यसाचिन् ७०८ सहभोजन ४२५ सर्वार्थसिद्ध २३७ सव्येष्ठ ७६०-शि. सहस् १५२ सव्येष्ठ ७९६ सर्वास्त्रमहाज्वाला २४० सश्मश्रु सहसा १५३२ सर्याय २४-शि. ससीम सहस्य १५२ सवौध .. ७८८ सस्य .११३० सहस्त्र सर्षप ११८० ११६८ | सहस्नजित् २१९-शे. ११९८ (सस्यमञ्जरी) . ११८१ सहस्रदंष्ट १३४५ ५९१-शे. सस्यशीर्षक . ११८१ १३४५-शे. सलवण १०४२-शे. सस्यशूक ११८१ सहस्रनेत्र १७२ सलिल १०६९ 'सस्यसंवर' ११३८ सहस्रपत्र ११६१ सलिलप्रिय १२८८-शे. सह १५२ 'सहस्रवीर्या, ११९३ सल्लकी ११५२ सहस्रवेधिन् १२०० १५२७ सहस्राङ्क ९८-शे. सव ८२० (सहस्यवत्) १५२ सहस्रांशु ९५ (सवचन) ३४६ सहकार ११३३ सहस्रारज सवन ६३८ सहचर सहसिन् . सवयस् सहचरी सहाय सवर्ण . १४६१ ५५१ ७३१-शि. सवित १३७६ सहायता ११२२ सवितृदेवत । ११२ | सहदेव ७१०-शे. सहिष्णु सवित्री ५५८ सहधर्मचारिणी ५१२-शि. सहृदय सविध ११५० सहधर्मणी ५१२-शि. | सहोदर ४९१ ४२२ ९३ ७६४

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