Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir

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Page 768
________________ २११ लोकाङ्कः ९८४ २३१ ११४० (..) सुप्त ३१३ शब्दानुक्रर्माणका शब्दः श्लोकाङ्कः शब्दः लोकाङ्कः | शब्दः सुकुमार . १३८७ सुदर्शन सुन्दरी २२२ सुपथिन् ८६-शे. ६९८ सुपर्ण सुकृतिन् ४८९ १७८-शे. 'सुपर्णक' सुख १३७० १३३५ शे. सुपर्णकुमार मुखसुण सुर्वन् सुखदोह्या १२६८ सुदाय ५२० सुपाव सुखवर्चक ९४५ सुदारु १०३१ सुपार्श्वक सुखसुप्तिका ३१३-शे. सुधन्वन् २१९-शे. सुखोत्सव ५५६-शे. सुधर्मन् सुगत २३२ १७८ (सुप्रतिबद्ध) सुगन्धक ११९० सुधा सुप्रतीक सुगन्धि १३९१ (सुधांशु) सुप्रभ पुगन्धिक ११६९ सुधाकण्ठ १३२१ - शे. सुप्रयुक्तशर १२८५-शे. सुधाभुज ८८ सुप्रलाप १३४१ सुधास्रवा सुप्रसन्न पुप्रीव . (सुधासू) . १०४ सुप्रसाद सुधाहृत २३१ सुभग सुप्रीवाग्रज ७०४-शि. सुधी ३४१ सुचरित्रा ५२८ सुनन्दा २०५- शे. सुभटध्वनि सुन्दिनी १०८६-शे. । सुभद्र (सुता) ५४२ सुनाभ १०२८ सुभद्रेश सुतारका (सुनासीर) १७२ 'सुभिक्षा' सुतारा .. ४४-शि. .. सुनिश्चित १४९१ | सुभूम सुतेजस् २३५-शे. | सुम सुत्रीमन् १७२ | सुन्दर १४४५ | सुमति १७० ६९८ ७७२ २७६ १९०-शे. २००-शे. ४१८ २००-शे. १४०४ २१९-शे. मुत ५४२ ११५० ११२४ २६

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