Book Title: Abhidhan Chintamani Kosh
Author(s): Vijaykastursuri
Publisher: Vijay Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir
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शब्दः
वासुभद्र
वासुरा
वासू
वासौकस्
वास्तु
वास्तुक
'वास्तूक'
वास्तोष्पति
बाल
बाह
"
वाहन
महरिपु
बाइस
चाहित्य
बाहिनी
"
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नाहीक
個
शाहिक
-")
"
श्लोकाकः
२१९ शे.
१४३ - शे.
३३३
९९५
९८९
११८६
११८६
१७२
शब्दानुक्रमणिका
शब्दः
६४५ - शि.
४२२
वि
७५४
५८९
१२३३ विकल्प
अनु. १२
विकच
विकचा
विकट
१२३५ - शि.
(विकटघोण)
विकत्थन
विकराला
विकर्णिक
विकर्तेन
विकलाङ्ग
७५९विकसित
१२८२
विकस्वर
१३०५ | विकराल
१२२७
विकार
७४५
· विकाल
७४८
१०८०
९५९
७५९
७५९ विकृत
१५३५
विकासिन्
विकिर
विकुर्वाण
विकूणिका
विकृति
विक्क
विक्रम
६४५.
९५९ विक्रय
विक्रयिक
श्लोकाङ्कः शब्दः
१३१६
११२७
२०५ - शे.
१४३०
४५२
२७०
२०५ - शे.
९५८
९७
४५५
१३७० - शे.
११२८
३५०
२०५ - शे.
१५१८ – शि.
१४०
३५०
१३१६
४३५
५८०
४५९
१५१८ – शि.
१२२०
७३९
८७२
८६८
विक्रयिन्
विक्रान्त
विक्रायक
विक्रिया
विक्रुष्ट
विक्रेय
विक्लव
विख
विखु
विगतद्वन्द्व
विगान
विप्र
विग्रह
""
""
""
विघस
विघ्न
(विघ्नराज)
विघ्नेश
(विचक्रा)
विच किल
विचक्षण
विचर्चिका
विचारणा
""
१७७
*लोकाङ्कः
८६८
३६५
८६८
१५१८
२६९
८७१
४४८
४५०
४५०.
२३५ - शे.
२७०
४५०
५६३
७३५
७९६
१४३२ - शि.
८३४
१५०९
२०७
२०७
१२०३
११४८
३४१
४६४
२५१
१३७३

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