Book Title: Abhakshya Anantkay Vichar
Author(s): Pranlal Mangalji
Publisher: Jain Shreyaskar Mandal Mahesana

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Page 9
________________ १ थी ४ भोंडा, कटोला, तुरीयां, कारेलां १४५ प्रकरण ७ वां वापरने योग्य शाक फळ विषे १४६ प्रकरण ८ वां सचित्त त्यागी, द्वादश व्रतधारी, चौद नियम धारनार माटे सचित्त अचित्तकी समज १५१ प्रकरण ९ वां श्रावकना घरमां पाळया योग्य नियमो १ दश चंदरवा २ सात गळणा ३ वा सुण केसे वापरना? १६३। प्रकरण १० व श्राविका व्हेनोको सूचनाएं १६९ प्रकरण ११ वां समुच्छिम पञ्चेन्द्रिय जीवोकी दया विषे १८३ प्रकरण १२ वां परमाहत श्री कुमारपाळ महाराजाका बारह ब्रतोकी संक्षिप्त नोंध १९४ श्री लाभसूरिकृत अभक्ष्य अनंतकायकी सज्झाय २०४ श्री सचित्त अचित्त विचार सज्झाय श्रीमद् उपाध्यायजी महाराज श्री यशोविजयजी महाराज विरचित चार-आहार-अणाहारकी सज्झाय समाप्त Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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