Book Title: Aagam Manjusha 03 Angsuttam Mool 03 Thanam Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri Publisher: Deepratnasagar View full book textPage 4
________________ HavayaKOKSAINSARKARYARTHDAMRAT2049584889894TRYC2498SKRISKR064203455280 तेउवाउनेइंदियतेइंदिअचउरिदियाणं तिमि लेसाओ, पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं मणुस्साणं छल्लेसाओ, जोतिसियाणं एगा तेऊलेसा, वेमाणियाणं तिनि उवरिमलेसाओ ५. एगा कण्हलेसाणं भवसिद्धियाणं वग्गणा एगा कण्हलेसाणं अभवसिद्धियाणं वग्गणा एवं छसुवि लेसासु दो दो पयाणि माणियवाणि, एगा कण्हलेसाणं भवसिद्धियाण नेरहयाणं वग्गणा एगा कण्हलेसाणं अभवसिद्धिआणं णेरइयाणं वग्गणा एवं जस्स जति लेसाओ तस्स वति (म० याओ) माणियवाओ जाच वेमाणियाण ६, एगा कण्हलेसाणं सम्मदिडिआणं वग्गणा एगा कण्हलेसाणं मिच्छहिट्ठियाणं वग्गणा एगा कण्हलेसाणं सम्मामिच्छदिट्टियाणं वग्गणा, एवं छसुधि लेसासु जाव वेमाणियाणं जेसिं जदि विडीओ७.एगा कण्हलेसाणं कण्हपक्खियाणं वग्गणा एगा कव्हलेसाणं सुकपक्खियाणं वग्गणा जाव वेमाणियाणं जस्स जति लेसाओ ८, एए अट्ट चउबीसदंडया, एगा तित्थसिद्धाणं वग्गणा एवं जाव एगा एक्कसिद्धाणं वग्गणा एगा अणिकसिद्धाणं वग्गणा एगा पढमसमयसिद्धाणं (अपढमसमयसिद्धाणं पा०) वग्गणा एवं जाव अणंतसमयसिद्धाणं वग्गणा, एगा परमाणुपोग्गलाणं वग्गणा एवं जाव एगा अणंतपएसियाणं खंधाण क्माणा, एगा एगपएसोगाढाणं पोग्गलाणं वग्गणा जाव एगा असंखेजपएसोगाढाणं पोमालाणं वग्गणा, एगा एगसमयठितियाणं पोग्गलाणं वग्गणा जाव असंखेजसमयठितियाणं पोग्गलाणं वग्गणा, एगा एगगुणकालगाणं पोग्गलाणं वराणा जाव एगा असंखेज एगा अणंतगुणकालगाणं पोग्गलाणं वग्गणा, एवं वण्णा गंवा रसा फासा भाणियचा जाव एगा अर्णतगुणलुक्खाणं पोग्गलाणं वग्गणा, एगा जहन्नपएसियाणं खंधाणं वग्गणा एमा उक्कस्सपएसियाणं खंघाणं वगणा एगा अजहन्नुकस्सपएसियाणं खंधाणं वग्गणा एवं जहयोगाहणयाणं उकोसोगाहणगाणं अजहन्नुकोसोगाहणगाणं जहाठितियाणं उकस्सठितीयाणं अजहन्नुकोसठिवियाणं जहन्नगुणकालगाणं उकस्सगुणकालयाणं अजहन्नुकस्सगुणकालगाणं एवं वण्णगंधरसफासाणं वग्गणा भाणियचा जाव एगा अजहन्नुकस्सगुणलुक्खाणं पोम्गलाणं वग्गणा ।५१। एगे जंबुद्दीवे २ सहदीवसमुहाणं जाव अदंगलगं च किंचिविससाहिए परिक्खेवणं ।५२। एगे समणे भगवं महावीरे इमीसे ओसप्पिणीए चउशीसाए तित्थगराणं चरमतित्थयरे सिद्ध बुद्धे मुत्ते जाव सचदुक्खप्पहीणे। ५३। अणुत्तरोववाइयाणं देवाणं एगा रयणी उड्ढंउच्चत्तेणं पन्नत्ता। ५४ । अहाणखत्ते एगवारे पाते चित्ताणक्खत्ते एगतारे पं० सातीणक्खत्ते एगवारे पं०।५५। एगपदेसोगाढा पोग्गला अणंता पचत्ता, एक्मेगसमयठितिया एगगुणकालगा पोग्गला अर्णता पन्नत्ता जाब एगगुणलक्खा पोरगला अणंता पनत्ता ।५६। एकस्थानकाध्ययनम् १॥ जदस्यि (जहत्यिं च पा०) णं लोगे तं सर्च दुपओआरं (दुपडोयारं पा०) तं०- जीवश्चेव अजीवश्चेव। तसे चेव यावरे चेव १, सजोणियञ्चेव अजोणियञ्चेव २, साउयचेव अणाउय चेव ३, सइंदियञ्चेव (बेय पा०)अणिदिए चेव४, सवेयगा चेव अवेयगा चेव ५, सरूपि चेव अरूवि चेव ६, सपोग्गला चेव अपोग्गला चेव ७, संसारसमावनगा चेव असंसारसमावनगा चेव ८, सासया चेव असासया चेव ९५७। आगासा चेव नोआगासा चेव, धम्मे चेव अघम्मे चेव । ५८ । बंधे चेव मोक्खे चेव १ पुग्ने चेव पावे चेव २ आसवे चेव संवरे चेव ३ वेयणा चेव निजरा चेव४।५९। दो किरियाजो पात्ताओ, तंजहा-जीवकिरिया व अजीवकिरिया चेव (चिय पा०)१, जीवकिरिया दुविहा पनत्ता, तंजहा-सम्मत्तकिरिया चेव मिच्छत्तकिरिया चेव २, अजीवकिरिया दुविहा पञ्चत्ता, ते०-ईरियावहिया चेव संपराइया चेव ३, दो किरियाओ पं० तं०-काइया चेव अहिंगरणिया चेव ४, काइया किरिया दुविहा पञ्चत्ता तं०-अणुवरयकायकिरिया चेव दुप्पउत्तकायकिरिया व ५, अहिकरणिया किरिया दुविहा पञ्चत्ता, सं०-संजोयणाधिकरणिया चेव णिवत्तणाधिकरणिया चेव ६, दो किरियाओ पं० २०-पाउसिया चेव पारियावणिया चेव७. पाउसिया किरिया दुविहा पं० त०-जीवपाउसिया चेव अजीवपाउसिया चेव ८, पारियावणिया किरिया दुविहा पं० तं०-सहत्यपारियावणिया चेव परहत्यपारियावणिया चेव९, दो किरियाओ पं० त० पाणातिवायकिरिया चेव अपचक्खाणकिरिया चेव १०, पाणातिवायकिरिया दुविहा पं० त०- सहत्यपाणातिवायकिरिया चेव परहत्यपाणातिवायकिरिया चेव ११. अपचक्खाणकिरिया दुविहापं० त०-जीवअपचक्खाणकिरिया चेव अजीवअपञ्चक्खाणकिरिया चेव १२, दो किरियाओ पं० त०-आरंभिया चेव परिगहिया चेव १३, आरंभिया किरिया दुविहा पं० सं०- जीवआरंभिया चेव अजीचआरंभिया चेव १४, एवं परिम्गहियावि१५, दो किरियाओ पं० सं०-मायावत्तिा चेव मिच्छादसणवत्तिया चेव १६,मायावत्तिया किरिया दुविहा पं० सं०-आयभाववंकणता येव परभाववंकणता व १७, मिच्छादसणवत्तिया किरिया दुविहापं० त०- ऊणाइरित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव तबइरित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव १८,दो किरियाओ पं० २०-दिडिया चेच पुट्ठिया वेष १९, दिहिया किरिया दुविहा पं०२०-जीवदिडिया चेव अजीवदिडिया चेव २०, एवं पुट्ठियावि२१. दो किरियाओ पं० सं०-पाहुचिया चेष सामंतोवणिवाइया चेव २२, पाडुचिया किरिया दुविहा पं० त०- जीवपाडुधिया चेव अजीवपाडुचिया चेव २३, एवं सामंतोवणिवाइयावि २४, दो किरियाओ पं०२०-साहस्थिया थेवणेसत्विया व २५, साहत्यिया किरिया दुविहा पं० सं०-जीवसाहत्यिया चेव अजीपसाहत्यिया व २६, एवं सत्थियावि २७, दो किरियाओ पं० सं०-आणवणिया चेव ७४ स्थानांर्ग-ठाणे-र मुनि दीपरत्नसागरPage Navigation
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