Book Title: Vastusara Prakaran
Author(s): Bhagwandas Jain
Publisher: Gyansagar Vagarth Vimarsh Kendra Byavar

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Page 240
________________ - वास्तुबारे जिनेश्वर के नक्षत्रआदि जानने का चक्र जिन नाम नक्षत्र योनि | तारा राशि राशीश्वर नाही | वर्ग वर्गेश्वर ऋषभदेव उत्तराषाढा नकुल मनुष्य गुरु अंत्य गरुड अजितनाथ रोहिणी मनुष्य । १ गरुड संभवनाथ मृगशिर ___+ अभिनंदन पुनर्वसु त बुध प्राय १ गरुड सुमति रासस सत्य पभप्रभ चित्रा व्याघ्र राचस कन्या बुध मध्य सुपार्श्व বিষাক্কা ध्यान राचस मेष चंदप्रभ अनुराधा हरिण वृश्चिक मंगल मध्य ३ सिंह सुविधि श्वान धन भाग मेष शीतल पूर्वाषाढा वानर ममुष्य मध्य ८ मेष श्रेयांस श्रवर वानर मर अंत्य | मेष १२/ वासुपूज्य शतभिषा प्रश्व शनि .हरिण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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