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रामो
यापरे स्थान के गई | इमी राजफ्लै दिल देशनै दिन मदर मनाने राइन र लोक नै विज्ञ मिरगीरो गनो व्यछ / लोक घथामरेखे छाला लोहन ति दिन तिल रात्री | माता नै उदरेच्या विपनातिए हिजराचे सर्वलोकनि रोगथयो। लोकाने साता थई तिहारे राजा पीले जा पोजे गोमाहात्म । इमनुरुमेन दमास पुरे पुत्र जन्म | दसो एकरी तुलनिन्नन गति मरद ॥ नुमेसोजमा तीर्थकर गहनोद हास्य पुर्वनदनेदिरे व निदद्या पालीति करिशेय२५६वी मोटीपाइ बर्षमने राजनोपची वछैच्प्रापस्व संबु हाइ राज्य मुकी दि प्याले शेयरकारी कर्मक्षय करी केवलम्यान रामघामजी दातारीत इकलाब मोच्या राजी समेत शिवारे या एस एक मुक्ति गया।।। इतिगतनाथ सोल कुंथनाथ नाजिन पशचमाच जीनीकथा ६ गजर इतनी कथा नगरने विषैला क
सी सूर राजा राज्यकरे | वेदने श्रीदेवीराणी है। पीकेशन मदीने व बोच करतो
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ई० इवाग्वंसीवजा | कु०कुथुना मानवनरानो | दि० सिसी०कीर्तितम १० याम्यां ग० मोक्षगजाति ३ मादिइ बन्न समानम
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इस्काग राय सदो ऊधूनामनराहियो । विस्काय किसी नगरं लोग मेएफसी
दो पुत्र कुंथनाथ सतरमो तिर्थकरते मातानं श्रेच्या माथको परराजा ऊंथा समान सतेन दिव्याचा सरेदी व्याले सो लैब र स ब या स्थलै दिदी पलै केवलणं न नो देवता एसमोस रिओ घलान सके चलन राजी समेत बरेमोन तागततेदी सद् जा कुमर व पैरा । तेवी सद् जाखर्स राजभोगने ते वीस जारचत एपोलोग तिचीसहजार सालो जोगव्यो साठा सात से केदानग्यान राज्य सर्वयुरालीकाणवह जार सासानी जी मोक्ष गया इतिकुथ नाथजी बता च वर्तनी कथा ६
साठ दिल दिमसमुद्रल में ननर्त क्षेत्रन इवि बइन मनु अ० अरेनाथ कर्म | २० कम्पोन०मोक्ष तिच्य०५ १०
ज्ञातै ए० मादनकुर लीरजस्तथइमई पचबाहिन
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श्रदनाथ जी ७ मा तेनी कथा | नागपुर नगर ज्पकरैले तेहने दे वीराणी ते नी
त १७ मातीर्थकर क सदर्शन राजारा
ताये वस्तु प्रादी गंगा रेवतीन कनवेजनम्यां मातास्वप्नमै घणाच्या सदत दीनो तिलेारैनामदी का मोदनव्य आव्यो सही न जाये
तार पाम्पा मा ६४ जारराजक