Book Title: Uttaradhyayana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 156
________________ ऋषि 3 ||[स नलीवर इमे० मुळप्रते जु० ताद्रोन जो जाइतूनी ना०ला ६१ प्रभु बम तथा ० त इदे म० मदा स० जुमे सनाथ सहनु | नं. जेनली डाले ६० स्थीत्याचवरबाबु प४ ततमेल ॐ० पोको ५१ मनुष्य जन्म जिम थाइते दोलाघु रावसहित मन्मान दिल निमजिनमनो उपन्यास लोला सहमे उत्देमिया ३' उमफल कुमएमस ऊम्म जानासनहाय उमेमदेसी तुझे। सादाय संबंधवासा ऊं निद्विद्यामजिफसम्मा ० नाखमाना ससर्व नूजी दास देखते ऊन वा मुसीबत बुलीनम०प्र० शा०धर्म ध्याननुवि०दिधनधात्यो निःआमंत्रण मदेप्रादात म्हारी सामा दाइजो जो धना मेटाती बुकनेइ सिहोदा सभूया संजया (खामे ममदा श्री मयतीले जो सर्व इत्यादि करीत रानोगेहिं । तसई मरिसे हिमो (प६ी एवं ३० दिनकरी उर्वरादिकस्यारो०रोम का करीम ६० प्रदक्ष रायनामूल था लेएवेासा (५७ उस सियरो म झूठो काम एण्य याहि सितिन्दमयी दिοबंजीनीति विवेचन इबई० पृथ्वीमादि ० नि परहित दमोहर कुत्ते के वजन तोति इति दावीसमं उत्तर शयसम॥ २० ॥ - रात्रालि सी० शिवश्री हा श्रीदेवना ममका नि०नियम ए० से० प्राक्का से०ले दि० विशेष शि० विक्रमाद्करी न्या क मनु आमा रकरतू-१० दिनगर दंड दिया। रिहाई बिप्यमुक्ोरि दरइव सुदं विनदामो हो। सिमित सायाहमश्री महावीरदेव ज०जगत एनाम साठ्या सिवाए महावीरस्सन गवंतो सीसे सोनुमदलो र निथ प्राय ऐ साल सेविको दिए पोते ए|| दिददरतेन दिऊडंएगेर डायो र १० दिॐ मनमश्ननिकाली बदेन्दी इन गर्नसहित २ स्त्रीस आए तो पति ने देस ३१० हि रा० शालितानी सममादि९० छ० दिदा पुत्रत ਜੜਾਈ ਦੀ ਸ महि०० चा घन्स्त्री सहि राममुद्र माहि जा० नरपते ||मागए शवऊंडे बबद रेतस्स वा निदे तितरे । तेसपति गिज्ञासदेस महापालित स्म रिली' समुद्दे मिय सदई अददार एतदि स० [समुद्र रानात ४० बेमकुशल०स०हालीन सजाय ४३६० ० दत्त रिकूल स०सिबु मिनीस्त्रनुको htt २०४२ | नदिइते बजोग मायो झार / समुद्दालो सिनाम (स्व मेलच्या ईश साव एवा लिएदरं संवह ई तस्स घरे दार एमेस हो चिलानादरिकलाना) सिसिक तेलीति को दिते गुण्याकरता ००० नाकुन जेनेकरकी इसमास सिलिमनुझे झालदिघ्रायो कम । निमंत्रिता सर्व ए० एलोयर ईवीएम रमादी मीममा नते इस०तपुरसम०कुटं दस्तानो नमेते राजाराजा मेसी मानसिकरी ] रसस्तमदं सदत निर्मल मिध्यादरहित शिक्षाए सराय सीदो कराजा अणगारसी रिमा एनसिए सरोदोसर रियलोस देवो' अम्माकरलो दि वादिनइ सि० मस्तकाला स्थान कई ५० २०३ नोवल गु० मुनी एस.त्रिनुतिगुप्तर करी ०लिक राजा करी ส किए सिरसा छातियोती तर हियो । ५८ | ईटया रो दिएसमो हि । गुसिभुज्ञाति सी जलैक दे दे जंतू निमनश्री महावीर देवसभी वसा भन्यो। २०वान गरी प्रदीप माझ बीनो ही समो व टानसमासादा० कलितनामा gal इ५०बेटी و

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