Book Title: Uttaradhyayana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 231
________________ उज्ञवाधार काका संस्थानकजनाजश्वब्यानन्दायरवरसाव जनजनाकाव्य से०संस्थानथकान नसूननाश्चन्त गन्धागवारपाच। ना सिंछडामापुरतेयुनाववनी नीवनजना सैचावनी सरकारने पचनी रमनीवएनजना ईकासमादिया सहाराऊतदेतसे नएसेविखानीगंधरसम्म एकासमवियाच्या संभाउअरेसेजइसेविवरसञ्छ। ननननाअ0J45/जे नेमकमा लाकडी सर नन्नाजनान गली गेवररसपर नजनाला /०७/ए०एकही जीव संसपेदिक फर्स पनीबालावावेजमावर्सनीक नीनजनान्यन्त्रिाउनी नाविवरण नई०कासनयिाशवाजायमसंहाला इसविसनगमउरसचेवानएकासमविय 189एसायनीव्यक्निशीसमासेगदिया R928 RECYCler की माय १० दयाय ७७७ 10wwwv सब जाग में न गर बन जामे 7 संबसंस्थानमा 60 वर्णमाला अजीवनानाम:मंद SHEEEELER सर्व 35 सर्व 35 सम्मान 1GSEBSISTEHEME २५ नामक २००विचारणास्दापनीदिवैजीतोगविष्यतैयरूकदैलो० सं० एकेडीया दिवससा जी०जी०विप्रकारेवि०सि०सिहले छोपकार ने सिक्ष्नाऽनेनेशिय सका। जीवनी विचारणाक्कै कविमुचा त्रनुक्रमे नानी३१७नेवीला जीवसि बाती किरदा कपातीर्थकर हवनेमुक नेक कलायका मामला दिया रोजीगणदिक्षिाहोछामिाणपसोभनसंसारलोयसिवाय जीवाऽविनाविवाहिया सिहायोगविन्दाताकामियमसले मला इस्वी मरी मसिहश्राइसिनिमकृतमनपुसकामचलिगयतालिग यानि गृहस्थानसेकी 3 उत्कृष्टी नुमा ६० पास नजन्यही धनीऽवामानाना सिचायतमा १०पुर्वमरीनेमियाद मीना सिध्याइविसमिक्वाइमलनेरे मसिस्थायतातिमा अनुबनीऽचानाना सिंह नानासिया H००००चा पनि एरभरिसिधाई। इशिपुरवामिछादयानदेयणपुसगासलिंगेत्रनलिगेट) बिदलिंगेतदेव कोसोंगोनाएका हदनाममाश्त्याउयासिरिया

Loading...

Page Navigation
1 ... 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248