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विमर्श-परामर्श पूर्वोक्त 'सारिणी' में आपत्ति योग्य कई बाते हैं । इनका समाधान खोजना जरूरी है। (१) हमने महावीर स्वामी और महात्मा बुद्ध में ज्येष्ठता/कनिष्ठता के लिए जो आधार चुना है, उसमें आपत्ति-आशंका की गुंजायश 'नहीं' के बराबर है । यह आधार (दो पीढ़ी-योग्य वर्ष) ठोस और इतिहास-सम्मत है । इस गणित से महावीर स्वामी का जन्म १२६८ ई० पू० में तथा महात्माबुद्ध का जन्म १२७६ ई० पू० में होना अपरिवर्तनीय है । (२) दोनों युगपुरुषों का निर्वाणसमय निश्चित है। (क) हमने ६२२-ईसवी पूर्व का शककाल खोज निकाला है। उससे ६०५ वर्ष प्राक्-जैसा कि जैनग्रन्थों से ज्ञात होता है-अर्थात् ६२२+६०५= १२२७ ईसवी पूर्व में महावीर स्वामी का निर्वाण मान लेना चाहिए। (ख) अजातशत्रु के अभिषेक काल से-जैसा कि पुराणों में निश्चित तौर पर १२२०-१६ ईसवी पूर्व निश्चित है-आठ वर्ष पश्चात्, अर्थात् १२१६-८= १२११ ईसवी पूर्व में महात्मा बुद्ध का निर्वाण भी मानने योग्य है।
(३) जन्म और निर्वाण की रेखाओं में आबद्ध दोनों युगपुरुषों का वयोमान इस इस ढंग से विचारणीय है
१. महावीर स्वामी : १२६८-७१ वर्ष= १२२७ ई० पूर्व तक । २. महात्मा बुद्ध : १२७६ -६५ वर्ष-१२११ ई० पूर्व तक ॥
(४) इस प्रकार महात्मा बुद्ध और महावीर स्वामी का संशोधित वर्षावासीय कार्यक्रम इस प्रकार होगा:(६) बैशाली १२४८
ऋषिपत्तन (१) (१०) राजगृह
राजगृह (२) (११) वाणिज्य ग्राम १२४६
राजगृह (३) (१२) राजगृह १२४५
राजगृह (४) (१३) राजगृह
वैशाली (५) (१४) मिथिला
१२४३
संकुल पर्वत (६) (१५) मिथिला १२४२
त्रयस्त्रिशं (७) (१६) वाणिज्यग्राम
१२४१
सुंसुंमार गिरि (८) (१७) राजगृह १२४०
कौशाम्बी (8) (१८) वाणिज्यग्राम
१२३६
पारिलेयक (१०) (१६) वैशाली १२३८
नाला (११) (२०) वैशाली १२३७
वरंजा (१२) (२१) राजगृह
१२३६
कालिय पर्वत १३ (२२) नालन्दा १२३५
श्रावस्ती (१४) (२३) वैशाली
१२३४
कपिलवस्तु (१५) (२४) वैशाली १२३३
आलणि (१६) (२५) राजगृह
१२३२
राजगृह (१७)
तुलसी प्रशा
१२४७
१२४४
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