Book Title: Tulsi Prajna 1991 10
Author(s): Parmeshwar Solanki
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 75
________________ 'तुलसी प्रज्ञा' - कार्यालय में प्राप्त होने वाली कुछ सहयोगी पत्र-पत्रिकाएं १. The Jaina Antiquary: श्री जैन जून - दिसम्बर, १९६० प्रकाशक - श्री इन्स्टीट्यूट, आरा (बिहार) वार्षिक शुल्क सिद्धान्त भास्कर : vol 43 part I&II, देवकुमार जैन ओरियण्टल रिसर्च ५० रुपए । एक प्रति - २५ रुपये । २. अर्हत् वचन : vol 3 No. 3 जुलाई १९६१ । वोल्यूम मूल्य १०० रुपये । प्रकाशक, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, दि० जैन उदासीन आश्रम ट्रस्ट, ५८४, महात्मा गांधी रोड, तुकोगंज, इन्दौर- ४५२००१ । ३. International Jain Friends : vol I No. 3-4 May- August 1991; Post box 58, B.P. Road, Chinchwad East, Pune-411019 ४. श्रमण : वर्ष ४२, अंक - ४-६, अप्रैल-जून, १९६१, प्रकाशक - निदेशक, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी-५, वार्षिक मूल्य ४० रु० । ५. तीर्थंकर : वर्ष- २१ अंक ४-५, अगस्त-सितम्बर, १९६१, प्रकाशक- हीराभैया प्रकाशन, ६५, पत्रकार कोलोनी, कनाड़िया मार्ग, इन्दौर - ४५२००१ वार्षिक मूल्य - ३५/रुपये ६. तिथ्ययर : वर्ष - १५ अंक ६, अक्टूबर, १९६१, वार्षिक मूल्य-दस रुपये । प्रकाशकजैन भवन, पी- २५, कलाकार स्ट्रीट, कलकत्ता-७ ७. Jain Journal: A Quarterly on Jainology: vol xxv No. 4. publisher: Jain bhawan, p-25, kalakar street, calcutta-7. ८. णाणसायर : अंक- ६, मार्च १६६१, वार्षिक शुल्क ५०/रुपये, प्रकाशक - विद्यासागर पब्लिकेशन, बी- ५ / २६३, यमुना नगर, दिल्ली-५३ ६. जैन जगत् : वर्ष ४४ अंक ७, नवम्बर, १९९१, वार्षिक शुल्क- २५/- रुपये, प्रकाशक - कनकमल मुनोत्त, प्रभात प्रिंटिंग वर्क्स, ४२७, गुलटेकड़ी, पूना - ३७. १०. मांगलिक : वर्ष - ४ अंक ५६-६०, अगस्त-सितम्बर, १९६१, वार्षिक शुल्क - ५० रु० प्रकाशक- मुद्रिका, रामजी नी पोल, नाणावट, सूरत - ३ ११. Ahimsa Voice : Nineth edition, May, 1991, Annual subsription Rs-20/- publisher - Sharman Sahitya Sansthan, 53, Rishabh Vihar, Delhi-92. खण्ड १७, अंक ३ (अक्टूबर-दिसम्बर, ६१ ) Jain Education International For Private & Personal Use Only १७५ www.jainelibrary.org

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