Book Title: Tulsi Prajna 1991 10
Author(s): Parmeshwar Solanki
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 53
________________ (१२) राजगृह १२४५ वरंजा (१२) (१३) राजगृह १२४४ कालिय पर्वत (१३) (१४) मिथिला १२४३ श्रावस्ती (१४) (१५) मिथिला १२४२ कपिलवत्तु (१५) (१६) वाणिज्यग्राम १२४१ आलवि (१६) (१७) राजगृह १२४० राजगृह (१७) (१८) वाणिज्यग्राम १२३६ कालिय पर्वत (१८) (१६) वैशाली १२३८ कालियपर्वत (१९) (२०) वैशाली १२३७ राजगृह (२०) (२१) राजगृह १२३६ श्रावस्ती (२१) (२२) नालन्दा १२३५ श्रावस्ती (२२) (२३) वैशाली १२३४ श्रावस्ती (२३) (२४) वैशाली १२३३ श्रावस्ती (२४) (२५) राजगृह १२३२ श्रावस्ती (२५) (२६) नालन्दा १२३१ श्रावस्ती (२६) (२७) मिथिला १२३० श्रावस्ती (२७) (२६) मिथिला १२२६ श्रावस्ती (२८) (२६) राजगृह १२२८ श्रावस्ती (२६) १२२७ श्रावस्ती (३०) १२२६ श्रावस्ती (३१) १२२५ श्रावस्ती (३२) १२२४ श्रावस्ती (३३) १२२३ श्रावस्ती (३४) १२२२ श्रावस्ती (३५) १२२१ श्रावस्ती (३६) १३२० श्रावस्ती (३७) अजातशत्रुका अभिषेक १२१६ श्रावस्ती (३८) १२१८ श्रावस्ती (३६) १२१७ श्रावस्ती (४०) १२१६ श्रावस्ती (४१) १२१५ श्रावस्ती (४२) श्रावस्ती (४३) १२१३ श्रावस्ती (४४) १२१२ श्रावस्ती (४५) १२११ वैशाली (४६) संदर्भ:-'तुलसी प्रज्ञा' १७/२, जुलाई-सितम्बर१९६१, इंगलिश सेक्सन -पृष्ठ-३२ र १७, अंक ३ (अक्टूबर-दिसम्बर, ६१) । । । । । । । । । । । । । । । । है । | | | | | | | | | | | | | | | १२१४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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