Book Title: Sushil Nammala
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram

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Page 724
________________ अनुक्रमणिका 673 20.6 1603 1630 666 376 संख्यावान संख्येचं सपर: समर्मः सगोत्रः संगत समरः संनुप्तः सग्धिः 2272 2383 2674 2501 2675 137 238,251 सग्रहः संग्राम: संतमसं संग्राहः 1457 2495 | सज्जितः 504 सज्जी 1456 संज्वरः 1126 संज्ञः 881 सज्ञा संजुः 386.1984 सण्ड: 1324 सम्हीनः 376 सततं 641 सतत्व 371,2605 संततं .1323 661,1260 सती 2566 सतीया - 2441 सत्पथा . 2562 सत्य 1172 सत्यकारा सत्यप्रचारः 186 सत्यप्रवादा 2562 सत्यवती 602 सत्यसगरा '825 संत्वकृतिः 124 सत्यानृतं 563,818 सत्यापन 1212 सत्येतगत 1700 सत्र 1687 55,382 216 436 356 356 सङ्घः सङ्घचारी सवातः सचिनः सञ्चारिण: सचीपतिः सञ्चय: सञ्चरः सञ्चारिणी सज्जः सज्जनः. सज्जन 1414 219 219 . 383 1367 1083 सज्जवन

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