Book Title: Sushil Nammala
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram

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Page 859
________________ [ 76 ] KINNER ला अतोऽस्माकं तेषां कोटाकोटिवन्दनसहितमभिनन्दनं घटते / इतिशम्। / जैनं जयति शासनम् / लिखितं___केशरीचन्द्रात्मज छबीलदासेन श्रेष्ठिवर्यश्रीमत्केशवलाल बुलाखीदास-संचालित-श्रीभट्टीबाईस्याद्वादसंस्कृत प्राकृतपाठशाला-श्रीललिताबेनकेशवलाल स्वाध्यायमन्दिर प्रधानाध्यापनेन वर्तमान स्तम्भतीर्थ (खम्भात) निवासिना वैक्रमीयत्रयखिशदधिकद्विसहस्रसंवत्सरे। [जैन पंडित श्रीछबीलदास केशरीचंदजी नो पा अभिप्राय छे.] A RIAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAKAKARARIA IMAJAL शाशाशासायासाशाशाशासायास्यास्यामा

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